अब राजस्थान की सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को अच्छी शिक्षा मुहैया करवाने को लेकर अध्यापक अभिभावकों की बैठकें होगी. वर्तमान में केवल प्राइवेट स्कूलों में ही है यह सुविधा थी. लेकिन सरकार ने बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले इसको लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. इससे अध्यापक बच्चों की परफोंर्मेस के बारे में अभिभावकों के साथ चर्चा कर सुधार कर सकेंगे.


आदेश के अनुसार बैठक में अभिभावकों को बुलाने को लेकर बच्चों को तो कह कर माता-पिता को तो सूचित किया ही जाएगा साथ ही जैसे सोशल मीडिया का सहारा लिया जाएगा. सरकार ने अभिभावकों टीचर और स्टूडेंट के इस नवाचार को पीटीएम नाम दिया है. पीटीएम की सूचना भी दो दिन पहले एसएमएस या वाट्स एपल के माध्यम से अभिभावक के मोबाइल पर पहुंचाई जाएगी.


बच्चों की उत्पीड़न पर लगेगा अंकुश लगेगा


जिला शिक्षा अधिकारी तेज कवर ने बताया कि विद्यालयों में बालिका उत्पीड़न की घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए निदेशालय, माध्यमिक शिक्षा और प्रारंभिक शिक्षा की ओर से जारी विस्तृत निर्देशों के बारे में अभिभावकों को जागरूक किया जाए. विद्यार्थियों के स्तर उन्नयन के लिए ध्यान दिए जाने बिंदुओं पर चर्चा, विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर विचार विमर्श, अभिभावकों के साथ विद्यार्थियों का रिपोर्ट कार्ड साझा कर चर्चा करना, प्रार्थना सभा में अभिभावकों को शामिल करना आदि मुख्य बिंदुओं पर चर्चा होगी. शिक्षा के स्तर का सुधार करने के लिए अभिभावक अध्यापक मीटिंग का होना बेहद जरुरी है.


हर माह के पहले सप्ताह में होगी बैठक


शिक्षा विभाग के इस आदेश में कहा गया है कि पहली बैठक वर्ष 2022-23 अनुसार अगस्त माह के पहले सप्ताह में, द्वितीय बैठक 19 नवम्बर को माता -पिता - शिक्षक के साथ होगी. इसमें बच्चों की मां को अनिवार्य रूप से बुलाया जाएगा. तृतीय बैठक सात जनवरी 2023 को होगी तथा चौथी बैठक 30 अप्रेल 2023 को की जाएगी.


बैठकों में विद्यार्थियों की स्थानीय परीक्षा टेस्ट, परीक्षा एवं वार्षिक परीक्षा के परिणाम पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा. बैठक में विद्यार्थियों की माताओं को विशेष रूप से आमंत्रित कर उनसे विद्यार्थियों की शैक्षणिक, सह शैक्षणिक प्रगति पर चर्चा की जाएगी. इसके साथ ही सक्रिय माताओं का सम्मान भी विद्यालय परिवार द्वारा किया जाएगा.


सरकारी स्कूलों में सोशल मीडिया पर बनाए गए ग्रुप


सरकार द्वारा आदेश जारी होने के बाद सोशल मीडिया पर संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक द्वारा अभिभावकों को इस बैठक में शामिल करने के लिए सोशल मीडिया पर ग्रुप बना लिए हैं. जिसमें संबंधित तारीख को बैठक आयोजित करने से पहले सूचना डाली जाएगी और तय समय पर बैठक आयोजित होगी. जिसमें बच्चा वह उसके माता-पिता मौजूद रहेंगे.


बच्चों की काउंसलिंग करने के साथ ही उसकी दिनचर्या पर बात होगी. स्कूल के अध्यापक विजय भान सिंह ने बताया कि सरकार की यह पहल काफी अच्छी है. सरकारी स्कूलों में यदि अभिभावकों की मीटिंग होगी तो बच्चे की पूरी दिनचर्या व उसकी पढ़ाई का स्टेटस उन्हें पता लगता रहेगा. समय-समय पर दिशा निर्देश मिलने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई में ललक, उसके भविष्य के प्रति जागरूकता लगाई जा सकेगी. 


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