Jalore Dalit Student Death: राजस्थान के जालौर (Jalore) में हुई बच्चे की मौत के मामले में राजस्थान बाल संरक्षण आयोग (Child Protection Commission) सख्त होते हुए दिखाई दे रहा है. आयोग की टीम ने प्रदेश के सभी बालग्रह, संप्रेक्षण और किशोर गृहों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जांच की. संरक्षण आयोग की टीम प्रदेश के अलग-अलग जिलों के दौरे हैं और बच्चों से बात कर व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया. बाल संरक्षण आयोग की सदस्य नुसरत नकवी ने कहा कि जो घटना घटी वह बहुत निंदनीय है. सभ्य समाज में ऐसी घटना होना सबके लिए एक बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि तत्काल प्रभाव से एक्शन लेते हुए समिति के सदस्य को भेजा गया और परिवार को 5 लाख की आर्थिक सहायता दी गई.
आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि दोबारा घटना कि पूर्णवती नहीं हो ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में आयोग द्वारा बाल संरक्षण गृहों के निरीक्षण किए जा रहे हैं ताकि व्यवस्थाओं में कोई खामी को दुरुस्त कर लिया जाए.
बूंदी में टीम ने किया निरीक्षण
राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग का दल बूंदी जिले के दौरे पर गया. इस दौरान दल में शामिल सदस्य नुसरत नकवी और वंदना व्यास ने हिण्डोली में बालगृह और बूंदी में सम्प्रेषण गृह सहित किशोर गृह का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी. सदस्यों ने हिण्डोली के आम्रपाली बालगृह में निरीक्षण के दौरान यहां संधारित किए जा रहे रिकॉर्ड अवलोकन कर कमियों को शीघ्र दूर करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश दिया कि बालगृह में स्टाफ नियमित रूप से उपस्थित रहें. इसके बाद आयोग सदस्यों ने बूंदी में सम्प्रेषण गृह और किशोर गृह का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया.
जांचे रिकॉर्ड, दिए आवश्यक निर्देश
आयोग सदस्यों ने बूंदी में बाल कल्याण समिति का निरीक्षण किया. इस दौरान यहां संधारित रिकॉर्ड के लिए समिति के अध्यक्ष की सराहना की. उन्होंने बूंदी में बाल कल्याण समिति की ओर से किए जा रहे कार्यों की भी सराहना की. निरीक्षण के दौरान सभी स्थानों पर सफाई व्यवस्था दुरूस्त पाई गई. सदस्य नुसरत नकवी ने कहा कि कुछ खामियां नजर आई थी जिन्हें तत्काल प्रभाव से दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि बच्चों से बातचीत में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आई. दौरे के बाद आयोग सदस्यों ने जिला कलेक्ट डॉ. रविन्द्र गोस्वामी से मुलाकात कर बालश्रम सहित बच्चों से जुड़े मुद्दों पर विचार विमर्श किया. निरीक्षण के दौरान बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रामराज मीणा, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पोद्दार, सदस्य छुट्टन लाल शर्मा, मीनाक्षी मेवाडा, घनश्याम दुबे और रोहित कुमार सदस्य साथ रहे.