बिहार के बाद अब राजस्थान में भी मतदाता सूची के पुनरीक्षण का अभियान चलाया जा रहा है. घर-घर चलाए जा रहे इस अभियान को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं से इस पर सजग निगाह बनाए रखने को कहा है.

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कांग्रेस पार्टी ने इसके लिए राजस्थान की सभी 200 विधानसभा सीटों पर अलग-अलग प्रभारी की नियुक्ति की है. इसके साथ ही सभी बावन हजार बूथों पर कार्यकर्ताओं को बी एल ए बूथ लेवल असिस्टेंट के तौर पर नियुक्त किया है. कांग्रेस पार्टी ने आज (12 नवंबर को) राजधानी जयपुर में एसआईआर को लेकर विधानसभा प्रभारियों और दूसरे प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की है. उन्हें हर जगह सक्रिय कार्यकर्ताओं की टीम बनाए जाने और वोटर लिस्ट पर निगाह बनाकर रखने की नसीहत दी है.

'वोटों की चोरी कांग्रेस पार्टी नहीं करेगी बर्दाश्त'

इस बैठक को मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और विधानसभा में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने संबोधित किया है. दोनों नेताओं ने कहा है कि बिहार के बाद अब राजस्थान समेत कुछ दूसरे राज्यों में भी वोट चोरी की कोशिश की जा रही है. कांग्रेस पार्टी इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. वोट चोरी को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पैनी निगाह रखनी होगी. एक एक वोट की मॉनिटरिंग की जाएगी. किसी भी सही आदमी का नाम कतई वोटर लिस्ट से बाहर नहीं होने दिया जाएगा.

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कांग्रेस पार्टी ने एग्जिट पोल को बताया गलत

प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आए एग्जिट पोल को गलत बताया है. राजस्थान में चीफ सेक्रेटरी को रिटायरमेंट से 14 महीने पहले दिल्ली भेजे जाने पर सवाल उठाए हैं. ब्यूरोक्रेसी और सरकार में खींचतान लगातार जारी है.

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