राजनीति में कब कौन किसका दुश्मन और कब कोई दोस्त बन जाए कुछ नहीं कहा जा सकता है. राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी को लेकर खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती हैं लेकिन इस बार गुटबाजी से इतर बड़ी खबर सामने आई है. जहां सचिन पायलट खुले मन से प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की तारीफ करते हुए दिखाई दिए. सचिन पायलट ने बुधवार (12 नवंबर) को पार्टी की एक मीटिंग में कहा कि 20 साल बाद भी डोटासरा के काम को याद रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि अब तेरा मेरा नहीं चलेगा, जो ग्राउंड पर काम करेगा, उसी को 2028 में मौका दिया जाएगा.

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राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट जब मंच से ये सब बोल रहे थे, उस दौरान अशोक गहलोत भी उसी मंच पर मौजूद थे. इस दौरान सचिन पायलट ने डोटासरा की तारीफ में बहुत कुछ कहा. उन्होंने कहा, ''प्रदेश में 52 हज़ार बूथों पर बीएलए नियुक्त करने का जो काम हुआ है वह पहले कभी नहीं हुआ, आज के 20 साल बाद भी उनके इस काम को याद किया जाएगा.

पार्टी में कोई तेरा मेरा की बात नहीं- सचिन पायलट

उन्होंने आगे कहा, ''पार्टी में कोई तेरा मेरा की बात नहीं है, जो पार्टी के लिए काम करेगा 2028 में उसे ही मौक़ा मिलेगा. तेरा मेरा करने से काम नहीं चलेगा. पायलट के इस बयान के बाद हर तरफ़ चर्चा शुरू हो गई है. उनके इस बयान को सियासी संदेश के रूप में देखा जा रहा है. सचिन पायलट जब ये बोल रहे थे उस वक़्त अशोक गहलोत, गोविंद सिंह डोटासरा, टीकाराम जूली, CP जोशी समेत कई अन्य नेता भी मंच पर मौजूद थे.

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पिछली बार 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनाव के बाद अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर भारी खींचतान हुई थी. यहां तक कि पायलट ने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा भी दे दिया था. बता दें कि साल 2020 में सचिन पायलट को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से हटाकर ही गोविंद सिंह डोटासरा को जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उस वक्त के बाद से दोनों नेताओं के बीच रिश्तों में कुछ दरार मानी जा रही थी.