Congress Protest in Rajasthan Assembly: राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों का धरना रविवार (23 फरवरी) को तीसरे दिन भी जारी है. शनिवार को सरकार के दो मंत्री कांग्रेस विधायकों से बातचीत के लिए आए थे, लेकिन बात नहीं बनी. कांग्रेसी विधायकों का आरोप है कि स्पीकर वासुदेव देवनानी की हठधर्मिता की वजह से गतिरोध बना हुआ है. कांग्रेस विधायकों का आरोप है कि सत्ता पक्ष विपक्ष को दबा रहा है और सरकार सदन चलाने की इच्छुक नहीं है.
पहली बार विधायक बने युवा विधायक मनीष यादव का आरोप है कि बजट में भी झूठे आंकड़े पेश किए गए. वहीं नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली का आरोप है कि गतिरोध टालने के नाम पर सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है, ताकि जनता में यह संदेश जाए कि हम बातचीत कर रहे हैं. जबकि असलियत में जो मंत्री बातचीत के लिए आ रहे हैं उनके पास कोई अधिकार ही नहीं है.
आज सदन में भारत-पाकिस्तान का मैच देखेंग विधायक- टीका राम जूली उन्होंने कहा कि आज दोपहर कांग्रेस विधायक बैठक करके सोमवार के लिए नीति तय करेंगे. टीका राम जूली ने आगे कहा कि विधायकों के लिए भोजन का इंतजाम सरदार शहर से कांग्रेस विधायक अनिल शर्मा कर रहे हैं और आज सदन में विधायक भारत और पाकिस्तान का क्रिकेट मैच देखने वाले हैं.
कांग्रेस विधायकों ने क्यों शुरु किया धरना?बता दें कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास संबंधी प्रश्न का उत्तर देते समय मंत्री अविनाश गहलोत ने जो बयान दिया, उस पर हंगामा हुआ. उन्होंने विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा था, "2023-24 के बजट में भी आपने हर बार की तरह अपनी 'दादी' इंदिरा गांधी के नाम पर इस योजना का नाम रखा था."
मंत्री के बयान के बाद सदन में कांग्रेस विधायकों ने माफी की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया. जिसके चलते तीन बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी. इस दौरान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा समेत छह विधायकों को निलंबित कर दिया गया था.
(मनीष शर्मा की रिपोर्ट)
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