Rajasthan Protest: वागड़ के डूंगरपुर से कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे. इनके साथ अन्य स्थानीय लोग भी शामिल हुए. समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए अपनी मांग रखी. गणेश घोघरा हालही तब सुर्खियों में आए थे जब कांग्रेस राजस्थान प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है. अब घोघरा मांगों को लेकर खनन विभाग के बाहर धरने पर बैठे हैं. जानिए क्या है मामला.


अवैध वसूली के लगाए नारे

 

दरअसल विधायक गणेश घोघरा अपने समर्थकों और कुछ लोगों के साथ खनन विभाग कार्यालय के बाहर पहुंचे और धरने पर बैठा गए. उनके समर्थकों ने अवैध वसूली को लेकर जमकर नारेबाजी की. कार्यालय ने अधिकारी नहीं मिले तो उन्होंने मोबाइल से कॉल कर बात की और अपनी बात रखी. विधायक ने अधिकारी से फोन पर तीखे तेवर ने बात करते हुए पूछा कि जिस जमीन पर आदिवासी पत्थर निकाल रहे है वह क्या खनन विभाग की जमीन है. जब वह अपनी ही जमीन से पत्थर निकाल रहा है तो वसूली क्यों.

 

विधायक ने रखी यह मांग

 

विधायक ने कहा कि डूंगरपुर के आसपास कई लोग अपनी खातेदारी जमीन पर पत्थर निकालने का काम करते हैं. वह मेरे पास आए और उन्होंने कहा कि खनन विभाग ठेकेदारों से मिलकर अवैध वसूल कर रहा है. पहले विभाग से एक ट्रैक्टर ट्रॉली की 150 रुपए रॉयल्टी ली जाती थी लेकिन अब बढ़ाकर 250 रुपए की रसीद कर रहे हैं. वह उनके खाते की जमीन से पत्थर निकाल रहे और खुद का मकान बना रहे फिर भी ये वसूली कर रहे हैं.

 

आगे कहा कि आदिवासी क्षेत्र के लोग पत्थर तोड़कर अपना जीवन-यापन करते हैं. खनन विभाग की अवैध वसूली के कारण परेशान है. विधायक ने मांग की है कि जनजातीय क्षेत्र में खातेदारी जमीन पर वसूली बंद की जानी चाहिए. इससे यहां के आर्थिक रूप से कमजोर आदिवासी लोगों को राहत मिलेगी.