Rajasthan Lok Sabha Election 2024: राजस्थान सहित पूरे देश में सियासी दलों ने लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. इसी क्रम में पूर्वी राजस्थान की लोकसभा सीटों अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए बीजेपी ने शनिवार (24 फरवरी) "धन्यवाद मार्च" निकाला. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अगुवाई में यह यात्रा ईआसीपी समझौते में प्रधानमंत्री को धन्यवाद देने के लिए अलवर जिले के बड़ौदा मेव से शुरू हुई. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नेतृत्व में शुरू की गई ईआरसीपी धन्यवाद यात्रा पहले चरण में दो दिन चलेगी और 9 जिलों से होकर गुजरेगी. 


मुख्यमंत्री के नेतृत्व में निकाली जा रही धन्यवाद यात्रा के दौरान पहली जनसभा बड़ौदा मेव में हुई. बड़ौदा मेव के बाद नगर, डीग, भरतपुर, रूपबास और सैपऊ होते हुए धन्यवाद यात्रा धौलपुर पहुंचेगी. ईआरसीपी धन्यवाद यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और राजस्थान के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म सहित कई विधायक और बीजेपी नेता मौजूद रहे. डीग जिले में पहुंचने पर मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया गया. 


'कांग्रेस ने नहीं पूरे किए वादे'
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने डीग जिले में धन्यवाद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीति के अंदर काम करते हैं तो राजनीतिक पार्टियों द्वारा चुनाव से पहले अपनी बात कहने का मौका आता है. वो अपना घोषणा पत्र जनता के सामने रखते हैं. जहां राजीनितक पार्टियां वादा करती हैं कि अगर उनकी सरकार आएगी तो वह अपने घोषणा पत्र में किए गए वादे पूरा करेंगे. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश की पिछली कांग्रेस सरकार भी अपना घोषणा पत्र लेकर आई थी. पांच साल पहले जनता से किया गया वादा उन्होंने पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बेरोजगारी भत्ता, किसानों की कर्जमाफी और बिजली के दामों में इजाफा नहीं करने का वादा किया था, लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया.


'बीजेपी ने 40 सालों लंबित योजना की पूरी'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा प्रधानमंत्री जो वादा करते हैं, उसे पूरा करते हैं. मोदी की गारंटी पूरी होती है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले हमने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि हमारी सरकार बनते ही ईआरसीपी को लेकर आएंगे, पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के लिए पीने का पानी और सिंचाई की व्यवस्था करेंगे. जिसे हमने एक महीने के अदंर पूरा किया. 40 साल से लंबित सीकर, झुंझुनू और चूरू के लिए यमुना जल समझौता कर 40 साल से लंबित योजना को पूरा करने का काम किया है. 


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