Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP)  के अन्य प्रदेशों के दिग्गज नेताओं के दौरे तेजी से हो रहे हैं. बीजेपी के कई मुख्यमंत्री इन दिनों लगातार चुनावी दौरे पर हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पिछले कई दिनों से यहां डटे हुए हैं. आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. कई केंद्रीय नेता यहां पर लगातार दौरे कर रहे हैं.


वहीं कांग्रेस के लिए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda), यूपी के पूर्व मंत्री और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी (Parmod Tiwari) और मध्य प्रदेश के कई दिग्गज नेताओं ने यहां पर दौरे किए हैं. दअरसल, कल शाम से यहां पर चुनाव प्रचार थम जाएंगे. इसलिए आज सभी ने अपनी ताकत लगा दी है. जाट वोटर को अपनी तरफ लाने के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपेंद्र सिंह हुड्डा ये दोनों लगातार कांग्रेस के लिए यहां पर प्रचार कर रहे हैं. वहीं बीजेपी  के कई दिग्गज नेता अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग राज्यों के लिए लगे हुए है. 


बीजेपी नई रणनीति की तहत लड़ रही चुनाव


बीजेपी ने अपने कई दिग्गज नेताओं को यहां पर प्रचार में उतार दिया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आमेर, दौसा, अलवर कई जिलों में लगातार प्रचार कर रहे हैं. राम मंदिर के खुलने की डेट बता रहे हैं और यहां पर बीजेपी की सरकार लाने की बात कह रहे हैं. उन्होंने आमेर विधानसभा क्षेत्र में एक सभा में 22 जनवरी को अयोध्या आने का निमंत्रण भी दे दिया है. वहीं शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के मुद्दे को उठाया है. राहुल गांधी पर हमला बोला है. इसके साथ ही साथ हरियाणा के कई प्रमुख नेता शेखावाटी क्षेत्र में काम कर रहे हैं. जाट वोटर्स को अपनी तरफ करने में पूरा ताकत लगा रहे हैं. इस बार का विधानसभा चुनाव यहां पर बीजेपी नई रणनीति के तहत लड़ रही है.


कांग्रेस किसान और जवान के मुद्दे पर लगी


हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा और राजस्थान के अधिकाधिक युवा देश की सीमा की निगरानी करने के लिए फौज में जाते हैं, किन्तु उनके हितों पर कुठाराघात करते हुए बीजेपी  की केंद्र सरकार ने अग्निवीर योजना लागू कर दी. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 18 साल का युवा फौज में भर्ती होता है और 22 साल की उम्र में उसे घर लौटा दिया जायेगा, न पेंशन मिलेगी और न ही कोई सुविधायें प्रदान की जायेगी. उन्होंने कहा कि यह युवाओं के हितों पर कुठाराघात है, क्योंकि प्रतिवर्ष राजस्थान एवं हरियाणा से अधिकाधिक युवा रोजगार हेतु सेना में जाते थे. प्रमोद तिवारी प्रधानमंत्री की योजनाओं पर हमला बोल रहे हैं तो जयराम रमेश (Jairam Ramesh) भी लगातार अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार की योजनाओं की प्रशंसा करते हुए देखे जा रहे हैं. रणनीति के तहत कांग्रेस ने अपने उन योद्धा नेताओं को मैदान में उतार दिया है जो अन्य राज्यों में अपनी मजबूत राजनीति कर रहे हैं. 


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