Kota News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की जयंती पर इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इनफर्मेशन टेक्नोलॉजी कोटा (ट्रिपल आईटी कोटा) का लोकार्पण किया. उन्होंने वर्चुअल मोड पर ट्रिपल आईटी का चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया सांवलियाजी में एक कार्यक्रम के दौरान लोकार्पण किया. ट्रिपल आईटी कोटा के कोआर्डिनेटर प्रो. एके व्यास ने बताया कि ट्रिपल आईटी कोटा कैंपस में भी एक समारोह आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी एलइडी स्क्रीन लगाकर पीएम मोदी के जरिए किए जाने वाले उद्घाटन को स्टूडेंट और फैकल्टी स्टाफ को दिखाया गया.
10 सालों से जयपुर में एमएनआईटी कैंपस में संचालित हो रही ट्रिपल आईटीप्रो. व्यास के अनुसार यहां बनाई गई बिल्डिंग इस साल शुरूआत में बनकर तैयार हो गई थी. इसके साथ ही जुलाई में यहां पर बने हुए हॉस्टल्स भी बनकर तैयार हो गए थे. वहीं स्टाफ क्वार्टर्स का काम अंतिम चरण में चल रहा है और वह भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा.
ज्ञात रहे की ट्रिपल आईटी बीते 10 सालों से जयपुर में एमएनआईटी कैंपस में संचालित हो रही थी, जिसे अगस्त में कोटा शिफ्ट कर दिया गया था. वहां से फैकल्टी स्टाफ और स्टूडेंट यहां पर आ गए थे. सेकंड और थर्ड ईयर के विद्यार्थियों की क्लासेस 11 अगस्त से शुरू हो गई थी, जबकि नया बैच फर्स्ट ईयर का 20 अगस्त के पास पास आया था, जिनकी क्लासेस भी अगस्त महीने में ही शुरू कर दी गई थी.
ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर बनाया गया ट्रिपल आईटी का पूरा भवन समय से पूर्व ही इस कैंपस का पूरा उपयोग ट्रिपल आईटी कोटा प्रबंधन स्टूडेंट की पढ़ाई के लिए कर रहा है, लेकिन इसका लोकार्पण नहीं हुआ था. इसलिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर ट्रिपल आईटी का पूरा भवन बनाकर तैयार किया गया है.
इसके अलावा बॉयज, गर्ल्स हॉस्टल और स्टाफ क्वार्टर्स भी यहां पर बनाए गए हैं. एडमिनिस्ट्रेशन कम एकेडमिक ब्लॉक का निर्माण भी यहां पर करवाया गया है, जिसमें कंप्यूटर लैब से लेकर लेक्चर थियेटर और विद्यार्थियों के पढ़ने के लिए जरूरी सभी संसाधन जुटाए गए हैं. इसके अलावा एक आॅडिटोरियम भी यहां पर बनाए हैं. यह बिल्डिंग भी पूरी खास है. इससे 3 स्टार ग्रीहा रेटिंग मिली है, यानी कि यह पूरी ग्रीन कांसेप्ट पर बनी है. इसमें ईंधन की कम खपत होगी, साथ ही पर्यावरण मानकों से यह बिल्डिंग काफी अनुकूल है.
भीषण गर्मी के दौरान भी ठंडक रहेगीकोटा ट्रिपल आईटी की बिल्डिंग अपने आप में विशेष है. भीषण गर्मी के दौरान भी यहां ठंडक रहेगी. पीडब्लूडी को 106 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी हुई थी, जिसमें पहले फेज में एकेडमिक कम एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक 49.55 करोड़ से बना हैं.
दूसरे फेज के तहत 52 करोड़ रुपए की स्वीकृति हुई थी. इसमें बॉयज व गर्ल्स हॉस्टल, मैस, डायरेक्टर रेजिडेंस, टाइप-3 और टाइप-4 क्वाटर्स भी बनी है. गर्ल्स हॉस्टल की क्षमता 144 और बॉयज हॉस्टल की 760 है. एडमिनिस्ट्रेटिव कम एकेडमिक ब्लॉक पूरी तरह से सेंट्रलाइज्ड एसी है. पानी की कमी होने के चलते यहां पर एयर चिलर्स सेंट्रलाइज्ड एसी के लिए लगाए गए हैं, ताकि पानी की बचत भी हो सके. अब इसके लोकार्पण के साथ ही कोटा शिक्षा नगरी में शिक्षा से जुडा एक और अध्याय जुड गया है.