Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राजस्थान में बीजेपी को झटका लगा है. कोटा उत्तर के पूर्व बीजेपी विधायक प्रहलाद गुंजल ने गुरुवार (21 मार्च) को कांग्रेस का हाथ थाम लिया. कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एक परिवार की राजनीति चल रही है. मैं किसी नेता के भाइयों का गुलाम बनने के लिए राजनीति में नहीं आया हूं. मैं किसी नेता की दरी पत्ती बिछाने के लिए राजनीति में नहीं आया हूं. सिद्धांत से प्रेरित होकर जीवंत मूल्य के सिद्धांतों से अपने आप को जोड़कर राजनीति में आया हूं.


कांग्रेस की सदस्यता लेते ही गुंजल ने बीजेपी और कोटा के एक बड़े नेता पर सीधा प्रहार किया. उन्होंने बिना नाम लिए ही कहा कि आज बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ली है. विद्यार्थी जीवन से आज तक 40 साल आम आदमी के लिए संघर्ष किया. अब महसूस होने लगा है कि देश में भय का माहौल है. सत्ता की ताकत के बूते आम आदमी की आवाज को कुचलने की प्रवृत्ति चुनौती बन गई है. 


प्रहलाद गुंजल का बीजेपी पर हमला


गुंजल ने जयपुर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता के बल पर खुद्दारी को खरीदने का प्रयास किया जा रहा है. आज के समय में जुल्म राजनीति का चरित्र बनता जा रहा है. खुद्दार लोग अस्तित्व बचाने के लिए एकजुट नहीं होंगे तो चेहरा मोहरा बिगड़ जाएगा. बीजेपी में सिद्धांत की राजनीति की बजाय प्रचार का ढकोसला है. कोटा की राजनीति में एक व्यक्ति के परिवार का कब्जा हो गया है. कार्यकर्ता खून के आंसू बहा रहे हैं. वहीं पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि ऐसे नेता ही अब न्याय की लड़ाई को और मजबूत करेंगे.






प्रहलाद गुंजल ने थामा कांग्रेस का हाथ


गुंजल को कांग्रेस की सदस्यता दिलवाते समय हिंडोली विधायक अशोक चांदना, बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा, पीपल्दा मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत, विधायक चेतन पटेल, केशोरायपाटन विधायक सीएल प्रेमी, किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी मौजूद रहे. कोटा से रामगंज मंडी से कांग्रेस प्रत्याशी रहे महेंद्र राजौरिया, महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष राखी गौतम, नईमुद्दीन गुड्डू, शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, देहात अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह मौजूद रहे. वहीं पूर्व मंत्री शांति धारीवाल इस कार्यक्रम में शामिल होने नहीं आए.


ये भी पढ़ें:


BJP ने विनय सहस्रबुद्धे को बनाया राजस्थान का चुनाव प्रभारी, प्रवेश वर्मा को भी अहम जिम्मेदारी