प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज जोधपुर में बड़ी सभा हुई. वहां से उन्होंने राजस्थान में कई योजनाओं की सौगात दी और शिलान्यास भी किया. इसी में एक शिलान्यास जिलों की नगरी उदयपुर के महाराणा प्रताप डबोक एयरपोर्ट को लेकर किया. उदयपुर एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल की सौगात देते हुए उसका वर्चुअल शिलान्यास किया गया.
यह टर्मिनल 887 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा जिसमें यात्रियों की संख्या कई ज्यादा बढ़ जाएगी और सुविधाएं भी बढ़ेगी. इसका सबसे बड़ा फायदा उदयपुर में आने वाले डोमेस्टिक और फॉरेन टूरिस्ट्स को लेकर होगा, क्योंकि उदयपुर में हर साल लाखों की संख्या में देसी और विदेशी पर्यटक आते हैं. एयरपोर्ट पर उनको नई टर्मिनल बनने से बेहतर सुविधाएं मिलेगी. अब जानते है क्या होगा नए टर्मिनल और कैसा होगा.


यात्रियों की संख्या 680 से बढ़कर 2 हजार हो जाएगी

 

उदयपुर महाराणा प्रताप डबोक एयरपोर्ट की बात करें तो यह उदयपुर से करीब 28 किलोमीटर दूर है और वर्तमान टर्मिनल में यात्रियों की क्षमता करीबन 680 ही है. एयरपोर्ट अथॉरिटी के अनुसार नया टर्मिनल बनने पर क्षमता बढ़कर 2000 हो जाएगी.

पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपने संबोधन  में इसका जिक्र किया. यह इंटीग्रेटेड टर्मिनल 40000 वर्गमीटर में बनकर तैयार होगा जिसमें 16000 वर्ग मीटर अराइवल एरिया और 19000 वर्ग मीटर डिपार्चर एरिया रहेगा आने और जाने वालों के लिए दो-दो गेट होंगे साथ ही एयरोब्रिज संख्या बढ़कर 6 हो जाएगी जिससे एक ही समय में 6 विमान आ जा सकेंगे. यहीं नहीं अभी करीब 300 चार पहिया वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था है जो कि नए टर्मिनल में 700 वाहनों के लिए नई पार्किंग बनेगी जिससे 1000 वाहनों की क्षमता हो जाएगी. इसके अलावा चैक इन एरिया, शोपिंग एरिया सहित अन्य सुविधाएं बेहतर मिलेगी.

 

अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के मानकों को पूरा करेगा

टर्मिनल से सुविधाएं तो बढ़ेगी, इसके साथ ही एक बड़ी सफलता भी मिल जाएगी. सफलता यह कि उदयपुर एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के मानकों को पूरा कर लेगा. लंबे समय से यहां टूरिज्म को लेकर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की मांग चली आ रही है. इसमें भी फायदा मिल सकता है. इससे विदेशी टूरिस्ट सीधे उदयपुर भी आ पाएंगे. इससे यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी.