Jaipur Famous Festival: गुलाबी शहर के रूप में लोकप्रिय जयपुर अपने जीवंत संस्कृति, विरासत महलों और किलों के लिए जानी जाती है. यहां पर लोग रोमांचक और आकर्षक मेलों के साथ-साथ साल भर के विभिन्न त्योहारों का आनंद उठाते हैं. राजस्थान के हर क्षेत्र में आपको लोक मनोरंजन, गीत, परंपराएं दिखेगी जो वास्तविक भारतीय विविधता को दर्शाता है. शहर के इन त्योहारों की जड़ें जयपुर की पुरानी परंपराओं और संस्कृति में हैं. यहां पर त्यौहार रीति-रिवाजों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है. अगर आप राजस्थान में एक मनोरंजक छुट्टी की योजना बना रहें हैं तो आप जयपुर के इन रंग बिरंगे त्योहारों का आनंद उठा सकते हैं


तीज महोत्सव


तीज महोत्सव जयपुर का सबसे प्रसिद्ध त्योहार है. तीज में महिलाएं और लड़कियां पारंपरिक पोशाक और गहने पहनती हैं और और अपने हाथों और पैरों पर मेहंदी (मेंहदी) से डिजाइन बनाती हैं. यह त्योहार हिंदू भगवान और देवी शिव और पार्वती को समर्पित है. आमतौर पर महिलाएं इस दिन व्रत रखती हैं. विवाहित महिलाएं अपने पति के लिए प्रार्थना करती हैं जबकि लड़कियां अपने होने वाले पति के लिए प्रार्थना करती हैं. महिलाएं और लड़कियां लोक नृत्य करती हैं, पारंपरिक तीज गीत गाती हैं और झूले का आनंद लेती हैं. यह त्योहार जुलाई-अगस्त के महीने में मानसून के दौरान मनाया जाता है.


जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल


जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल एक वार्षिक उत्सव है. यह उत्सव 2006 से हर साल जनवरी के महीने में जयपुर में होता है. अब यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र का सबसे बड़ा साहित्यिक उत्सव बन गया है. इस उत्सव में भारत और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से हजारों लोग शामिल होते हैं. यह नए लेखकों के लिए पढ़ने और लिखने के सत्रों में शामिल होने का एक बेहतरीन मंच है. इन सबके अलावा, इस उत्सव में शाम के समय हस्तशिल्प, स्थानीय भोजन और विभिन्न संगीत नृत्य कार्यक्रमों के स्टाल लगते हैं. 


गणगौर उत्सव


गणगौर गुलाबी शहर जयपुर का सबसे रंगीन त्योहार है. इस त्योहार को राजस्थान में और गुजरात और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस शुभ अवसर के दौरान, महिलाएं भगवान शिव और देवी पार्वती या गौरी की मिट्टी की मूर्ति बनाकर उनकी पूजा करती हैं.विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और कल्याण के लिए प्रार्थना करती हैं और अविवाहित लड़कियां सुंदर और बुद्धिमान जीवन साथी के लिए पूजा करती हैं. ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, यह त्यौहार मार्च और अप्रैल के महीनों के बीच चैत्र के हिंदू महीने में मनाया जाता है.गणगौर पूरे राजस्थान में बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है और विशेष रूप से शहरी यात्रियों को यह कार्यक्रम अवश्य देखना चाहिए


जयपुर ज्वैलरी शो


जयपुर ज्वैलरी शो एक वार्षिक ज्वेलरी एंड जेम्स ट्रेड शो है. यह उत्तरी भारत का सबसे बड़ा ज्वैलरी इवेंट है और भारत में दूसरा सबसे बड़ा शो है. यह वार्षिक शो दिसंबर में आयोजित किया जाता है. प्रदर्शनी हर साल एक थीम पर आधारित होती है. इसका नवीनतम थीम "रूबी-रेड, रॉयल, रेयर" था. दुनिया भर से हर साल लगभग 30,000 यात्री इसे देखने आते हैं.


हाथी महोत्सव 


हाथी महोत्सव एक वार्षिक उत्सव है जो हर साल गुलाबी शहर, जयपुर में आयोजित किया जाता है.  यह अनुपम पर्व  फाल्गुन पूर्णिमा की पूर्णिमा के दिन आयोजित किया जाता है जो फरवरी और मार्च के महीने में आता है. यह रंगों के त्योहार यानी होली से एक दिन पहले मनाया जाता है.इस आयोजन के लिए, कई हाथियों को रंगीन मखमली और कालीनों के साथ अच्छी तरह से तैयार किया जाता है.  प्राचीन काल से ही हाथी भारतीय समाज का एक महत्वपूर्ण अंग रहा है. यह त्योहार हाथी के सिर वाले भगवान, भगवान गणेश को समर्पित होता है. हाथियों को भारी चांदी के गहनों जैसे झूलों और पायल से सजाया जाता है. यह उत्सव जयपुर के पोलो ग्राउंड में मनाया जाता है जो सवाई मान सिंह स्टेडियम के सामने है.


पतंग उत्सव


पतंग उत्सव को हर साल मकर संक्रांति के दिन 14 जनवरी को  मनाया जाता है. यह राजस्थान का सबसे सुंदर और रंगीन त्योहार है. इस उत्सव के दौरान पूरे भारत से पतंग प्रेमी जयपुर आते हैं. पूरा आकाश सुंदर, बड़ी और छोटी रंगीन पतंगों से सुशोभित दिकता है.  जयपुर में इस त्योहार के दिन राजकीय अवकाश घोषित किया जाता है. जयपुर के साथ-साथ राज्य भर में विभिन्न पतंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं जिनमें सबसे प्रसिद्ध राज्य सरकार द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव है जो तीन दिनों तक चलता है. इस आयोजन में दुनिया भर से कई प्रतियोगी भाग लेते हैं.


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