Rajasthan News: राजस्थान के कोटा में एसीबी ने दो फर्जी एसीबी अधिकारियों को गिरफ्तार किया है, जो एसीबी का डर दिखाकर सरकारी अधिकारियों से पैसा वसूली करते थे. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय से प्राप्त गोपनीय सूचना के आधार पर उपमहानिरीक्षक पुलिस एसीबी कोटा कल्याणमल मीणा के द्वारा विजय स्वर्णकार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी कोटा के नेतृत्व में टीम गठित  की गई. इसके बाद टीम द्वारा तरंत कार्रवाई करते हुए गुरूवार को एसीबी का भय दिखाकर सरकारी अधिकारियों से भारी मात्रा में धन राशि लेने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है.


अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी विजय स्वर्णकार ने बताया कि, जांच में सामने आया कि एसीबी मुख्यालय का फर्ज़ी लेटरपैड बनाकर और सरकारी अधिकारियों को चिन्हित कर उनसे धनराशि वसूल करने के लिए उनके खिलाफ एसीबी में जांच लंबित होने की झूठी सूचना और नोटिस देकर यह गिरोह के सदस्य उनसे संपर्क करते थे. साथ ही मामले को निपटाए जाने की एवज में बारां, डूंगरपुर, नागौर आदि जिलों के कई अधिकारियों से लाखों रुपये की अवैध वसूली की गई है. आगे उन्होंने बताया कि, ये एक ऐसा गिरोह है जो अक्सर इंजीनियरों (AEN ,XEN) को टारगेट करते थे.


अधिकारियों को पैसे की रसीद भी दी जाती थी 
इन आरोपियों द्वारा फर्ज़ी रसीद बुक प्रिंट करवा कर अधिकारियों को पैसे की रसीद भी दी जाती थी. आरोपियों द्वारा नकद व स्वयं परिजन, परिचितों के खातों में सरकारी अधिकारियों से धनराशि प्राप्त की जाती थी. इस संबंध में पीड़ित अभियंताओं द्वारा थाना शाहबाद जिला बारां पर प्रकरण थाना जायल जिला नागौर पर प्रकरण दर्ज करवाए गए हैं. प्रकरण में आरोपी वैभव अग्रवाल निवासी झालावाड़ और देवेंद्र राठौर निवासी कोटा को विजय स्वर्णकार की टीम द्वारा चिन्हित कर शाहबाद पुलिस को सौंपा गया है.



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