Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में एक तरफ जहां बीजेपी के प्रदेश स्तर के नेता अलग-अलग राज्यों के चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. वहीं, पहली बार ऐसा हुआ है कि पूर्व सीएम और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे किसी भी राज्य में चुनावी प्रचार में नहीं गईं. यहां तक की राजस्थान की लोकसभा सीटों पर भी उन्होंने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है. सूत्रों का कहना है कि इसके पीछे की कहानी ये है कि राजस्थान बीजेपी ने राजे का किसी भी सीट पर कोई दौरा नहीं बनाया. जबकि प्रदेश अध्यक्ष, महामंत्री, उपाध्यक्ष, सचिव और प्रदेश के प्रवक्ता तक दूसरे राज्यों में प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं. 


वसुंधरा राजे को राजस्थान में बारां-झालावाड़ लोकसभा सीट के अलावा किसी अन्य सीट पर नहीं देखा गया. जबकि, वसुंधरा राजे सभी लोकसभा चुनावों में बेहद सक्रिय रहती थीं. यहां तक की कमान उनके हाथ में रहती थी. राजस्थान में जितने भी चुनावी 'उड़न खटोले' उड़ते थे उसमें राजे की भी सभाएं और रैलियां शामिल रहती थीं.


कुछ सीटों पर थीं मांग


राजस्थान में लोकसभा के लिए दो चरणों में मतदान हुए हैं. पहले चरण में कुछ सीटों पर वसुंधरा राजे की सभाओं और रैलियों की चर्चा थी. कुछ प्रत्याशी वसुंधरा राजे की सभा चाह रहे थे. मगर तय नहीं हो पाया. दूसरे चरण में खुद झालावाड़ में मतदान था, इसलिए राजे वहां खुद अपने बेटे की सीट पर डटीं रहीं. हालांकि, तीसरे चरण में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र में राजे को भेजे जाने की तैयारी थी. मगर, वो भी नहीं हो पाया. वसुंधरा राजे के दौरे न होने पर अब राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा है.


चुनाव प्रचार में डटे बीजेपी नेता 


राजस्थान बीजेपी ने दक्षिण के राज्यों खासकर तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में विधिवत नेताओं को एक सप्ताह से अधिक समय के लिए चुनाव प्रचार में भेजा. बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ओडिशा में पूरे एक महीने से डटे हुए हैं. पश्चिम बंगाल में एक मंत्रियों को लगाया गया. हरियाणा में भी कई नेता महीने भर से डटे हैं. बीजेपी महिला नेत्रियों को दिल्ली और यूपी में भी ड्यूटी पर लगाया गया है. 


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