Rajasthan Weather News: भरतपुर में मौसम विभाग ने आज और कल के लिए भारी बारिश (Heavy Rainfall) का पूर्वानुमान लगाया है और येलो अलर्ट (Yellow Alert) भी जारी किया है. भरतपुर को औसत 583 मिलीमीटर पानी की जरूरत होती है लेकिन अभी तक भरतपुर में 352 मिलीमीटर बारिश हुई है. राजस्थान में बरसात का मौसम (Rainy Season) सितंबर के आखिर तक माना जाता है. भरतपुर को अभी और 231 मिलीमीटर बारिश आने वाले 40 दिनों में पूरा होने का इंतजार रहेगा. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (Keoladeo National Park) भी पानी के संकट से गुजर रहा है.


केवलादेव नेशनल पार्क की सभी झीलें सूखी


केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को बरसात में लगभग 550 एमसीएफटी पानी की जरूरत होती है. केवलादेव नेशनल पार्क की सभी झीलें लगभग सूखी हैं. थोड़ा बहुत पानी चंबल नदी (Chambal River) से केवलादेव नेशनल पार्क तक पहुंचाया गया है. पानी की कमी का असर केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के पक्षियों पर पड़ा है. उद्यान के बाहर स्थित जलाशयों पर डेरा डाल कर ब्रीडिंग कर रहे हैं.  


Bharatpur News: भरभराकर गिर पड़ा गोवर्धन ड्रेन कैनाल पर स्थित पुल, जिला प्रशासन पर लगा अनदेखी का आरोप


भरतपुर के बांधों को भी है पानी का इंतजार


भरतपुर के सबसे बड़े बांध बारैठा (Dam Baratha) को भी पानी का इंतजार है. बांध बारैठा की क्षमता 29 फीट है. अभी बांध बरैठा में 21.70 फीट पानी है. भरतपुर को बांध बारैठा से पानी की सप्लाई की जाती है. अगर बांध बरैठा में और पानी नहीं आया तो सिंचाई और पीने के का संकट खड़ा हो जायेगा. भरतपुर जिले के कई बांध और तालाब अभी भी सूखे पड़े हैं.  


आज और कल के लिए बारिश का येलो अलर्ट


मौसम विभाग ने 21 -22 अगस्त के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. बंगाल की खाड़ी और बांग्लादेश के तट पर एक और कम दबाब का क्षेत्र बनने से आगामी 24 घंटों में तीव्र होकर गहरे अवसाद में बदलते हुए आगे बढ़ने की संभावना है. इस तंत्र का असर पूर्वी राजस्थान के भरतपुर और कोटा संभाग में दिखाई देगा. 


राजस्थान के कुछ जिलों में बरसात से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए लेकिन भरतपुर जिले को अभी भी बारिश का इंतजार है. सावन के महीने में आसपास के जिलों में जमकर बरसात हुई लेकिन अभी तक भरतपुर में एक भी तालाब या बांध का जलस्तर नहीं बढ़ा है. किसानों को बांध में पानी की आवक के लिए बरसात का सहारा है. 


Kota News: थाइरोप्लास्टी आपरेशन के बाद युवक ने पाई अपनी असली आवाज, जानें- इस बीमारी का इलाज