Bharatpur Hospital Surprise Inspection: राजस्थान में नई सरकार को बने हुए दो महीने हो गए है. अब सरकार के साथ ही स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट नजर आ रहा है. भरतपुर संभाग के संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने  2 चिकित्सा संस्थानों का आकस्मिक निरीक्षण किया. संभागीय आयुक्त के निरीक्षण के दौरान  दोनों चिकित्सा संस्थानों में 18 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए. संभागीय आयुक्त को साफ सफाई  भी ठीक प्रकार से नहीं मिली. संभागीय आयुक्त ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहनेरा का सुबह आकस्मिक निरीक्षण किया जहां केवल एक नर्सिंगकर्मी मिला. निरीक्षण के समय ओपीडी में कोई मरीज नहीं पाया गया.


परिसर में साफ-सफाई की व्यवस्था भी ठीक नहीं मिली थी. संभागीय आयुक्त ने स्थानीय ग्रामीणों से पूछा तो ग्रामीणों ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सक एवं अन्य स्टाफ नियमित रूप से 10 बजे बाद आता है. कुछ कर्मचारियों की जगह बाहर के अस्पताल में एवजी के रूप मे काम करते है. निरीक्षण के समय अस्पताल में 2 चिकित्सक पदस्थापित है लेकिन वे भी मौके पर नहीं पाए. चिकित्सा विभाग द्वारा संस्थान के इंचार्ज का चार्ज कल्याणपुर पीएचसी के चिकित्सक को देना पाया गया. यहां नियुक्त कार्मिकों में से 14 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए.


चिकित्सक की अनुपस्थिति में नर्सिंगकर्मी  दे रहे है रोगी को दवाएं
संभागीय आयुक्त ने शहर के अंदर पुलिस लाइन स्थित डिस्पेंसरी का  निरीक्षण किया जहां 4 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए.  डिस्पेंसरी में साफ सफाई का अभाव पाया गया तथा समान भी अव्यवस्थित रखा हुआ था. निरीक्षण के समय पाया गया की चिकित्सक की अनुपस्थिति में नर्सिंगकर्मी रोगी को दवाएं दे रहा था. डिस्पेंसरी के शौचालय को स्टोर के रुप में काम लिया जा रहा था, दवाएं खुले में रखी गई थी. 


नोटिस जारी करने के दिए निर्देश 
संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने चिकित्सा संस्थानों के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए कर्मचारियों को गंभीरता से लेते हुए अनुपस्थित पाये गए 18 कर्मचारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए है.


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