Haryana News: हरियाणा के रोहतक में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के टैगौर ऑडिटोरियम में स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती मनाई गई. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (CM Manohar Lal Khattar) इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे. इस दौरान सीएम खट्टर को छात्र- छात्राओं का विरोध का सामना करना पड़ा. छात्र-छात्राएं मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे, पुलिस ने अन्य छात्रों को उकसाने के आरोप में दो छात्रों को गिरफ्तार कर लिया.


छात्र-छात्राओं ने मुर्दाबाद के लगाए नारे
स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती  के कार्यक्रम में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने जैसे ही बोलना शुरू किया, छात्रों जोर-जोर से मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे. यह सब देख सीएम खट्टर को भी गुस्सा आ गया. उन्होंने कहा अब बहुत हो गया, बाहर निकालो इन्हें. इसके बाद कार्यक्रम में तैनात पुलिसकर्मियों विरोध करने वाले छात्र-छात्राओं को बाहर निकाल. छात्राओं का आरोप है कि हरियाणा उनके लिए सुरक्षित नहीं है. बसों में आते-जाते समय उनके साथ छेड़छाड़ होती है. जिसे सरकार रोक नहीं पा रही है. 


आरोपी छात्रों को किया गया गिरफ्तार
एसआई धन्नाराम ने बताया कि उनकी एमडीयू के कार्यक्रम में ड्यूटी लगी थी. करीब दो बजे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जैसे ही अपना संबोधन शुरू किया, कार्यक्रम में बैठे एक छात्र ने सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. नारेबाजी कर रहे छात्र ने अन्य छात्रों को भी उकसाया जिसके बाद कार्यक्रम में मौजूद छात्राएं भी नारे लगाने लगी. जिन्हें सीएम के आदेश से तुरन्त कार्यक्रम से बाहर किया गया. छात्र की पहचान गांव हमायुपुर निवासी दीपक और गांव सांघी निवासी राही के रूप में हुई है. दीपक और राही को वीवीआईपी कार्यक्रम का माहौल खराब करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. जमानती धारा होने के चलते उन्हें बाद जमानत दे दी गई.  


वही आपको बता दें कि कुछ दिन पहले भी ऐसा ही एक नजारा देखने को मिला था. ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंच भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्हें हिरासत में ले लिया गया था. 


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