Punjab News: पंजाब विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद संयुक्त समाज मोर्चा (Sanyukt Samaj Morcha) को एक और बड़ा झटका लगा है. 16 किसान संगठनों ने बलवीर सिंह राजेवाल (Balbir Singh Rajewal) की अगुवाई वाले संयुक्त समाज मोर्चा को छोड़ने का एलान किया है. इन किसान संगठनों का कहना है कि वो अब राजनीति में हिस्सा नहीं लेंगे और न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून के लिए लड़ाई लड़ेंगे.


किसान नेता मंजीत सिंह राय की अगुवाई में 16 किसान संगठनों की ओर से एक मीटिंग बुलाई गई थी. मीटिंग के बाद इन किसान संगठनों ने एलान किया कि वो अब संयुक्त समाज मोर्चा का हिस्सा नहीं बने रहेंगे. राजनीति से अलग होने के बाद इन किसान संगठनों की अब संयुक्त किसान मोर्चा में वापसी हो सकती है.


बता दें कि किसान आंदोलन खत्म होने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल रहे 22 किसान संगठनों ने राजनीति में आने का फैसला लिया था. बलवीर सिंह राजेवाल के अगुवाई में संयुक्त समाज मोर्चा को करारी हार का सामना करना पड़ा. हालांकि 22 में से 13 किसान संगठनों ने पहले ही चुनाव नहीं लड़ने का एलान कर दिया था. अब इन किसान संगठनों की ओर से राजनीति को अलविदा कह दिया गया है.


एसएसएम बुला सकता है मीटिंग


एसएसएम से अलग हुए इन 16 किसान संगठनों ने एसकेएम की मुहिम का समर्थन करने का एलान किया है. एक किसान नेता की ओर से कहा गया, ''हम एमएसपी गारंटी को लेकर 11 अप्रैल से 17 अप्रैल तक चलने वाली एसकेएम की मुहिम का हिस्सा बनेंगे.''


अब संयुक्त समाज मोर्चा के भविष्य को लेकर भी गंभीर सवाल खड़ा हो गया है. जल्द ही संयुक्त समाज मोर्चा की ओर से एक मीटिंग बुलाई जा सकती है. इस मीटिंग के बाद संयुक्त समाज मोर्चा की राजनीति में बने रहने को लेकर तस्वीर साफ होगी.


Bhagwant Mann दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से करेंगे मुलाकात, बिजली फ्री करने का वादा हो सकता है पूरा