Tarn Taran Police Station Attack: पंजाब के तरनतारन जिले के एक पुलिस स्टेशन पर किए गए रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) के हमले को लेकर पुलिस ने खुलासा किया है. इस हमले को लेकर पुलिस ने दावा किया है कि हमले में प्रयोग होने वाल आरपीजी पाकिस्तान से तस्करी करके लाया गया था. इस मामले को लकेर आईजीपी (IGP) सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि मैं पूरी दृढ़ता के साथ कह रहा हूं कि हमने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है, जिसे हम जल्द पेश करेंगे. तरनतारन हमले की जांच में हमने पाया है कि RPG पाकिस्तान से तस्करी कर लाया गया था और इसकी आगे की जांच जारी है.


आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने कहा सरहाली पुलिस स्टेशन में आरपीजी हमले को अंजाम दिया था. इस मामले की जाच जारी है और जांच पूरी होने के बाद सभी सबूत सामने आएंगे. बता दें कि पंजाब के तरनतारन पुलिस स्टेशन में एक रॉकेट दागने से एक धमाका हुआ, जिसे पुलिस ने आरपीजी हमला बताया. पुलिस ने इस हमले के बाद यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है.


NIA अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंचे


वहीं हमले के बाद स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) प्रकाश सिंह को सरहाली कलां थाने से हटा दिया गया और उनकी जगह सुखबीर सिंह को नियुक्त किया गया. इस हमले के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारी भी तरनतारन के सरहाली कलां थाने पहुंचे क्योंकि अधिकारियों को इस घटना में आतंकी लिंक होने का संदेह था.


हमले में नहीं हुआ कोई हताहत


अमृतसर-बठिंडा हाईवे पर सरहाली थाने से सटे सांझ केंद्र में हुए इस हमले को लेकर अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार (9 दिसंबर) रात को आरपीजी से हुए इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ. हालांकि इस हमले के बाद बिल्डिंग की खिड़की क्षतिग्रस्त हो गई है. वहीं पुलिस ने सात संदिग्धों को हिरासत में लिया है और हमले के सिलसिले में उनसे पूछताछ कर रही है. इसके साथ ही इस हमले के बाद राज्य की विपक्षी पार्टियां भगवंत मान सरकार पर हमलावर हैं.


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