Haryana News: हरियाली और खुशहाली वाला प्रदेश माना जाने वाला हरियाणा अब एक जानलेवा बीमारी की चपेट में आता नजर आ रहा है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम (NCRP) के अनुसार हरियाणा में पिछले लगभग दो सालों में कैंसर के 1632 मरीज बढ़े हैं. इनमें जो सबसे ज्यादा मामले है वो मुंह, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के है. केन्द्र सरकार ने हरियाणा में बढ़ते कैंसर के मामलों को देखते हुए आंकड़ों को सार्वजनिक कर चेताया है कि इसपर जल्द नियंत्रण करना आवश्यक है. 


2020 के मुकाबले बढ़े मामले
NCRP के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में 2020 में 29,219 मामले थे. वही 2022 में 1632 नए मामले सामने आए. अब तक हरियाणा में 30851 मामले हो चुके है. जो प्रदेश के लोगों और राज्य सरकार को टेंशन में लाने वाले है. सबसे ज्यादा डराने वाली बात तो यह है कि हरियाणा में कैंसर से हो रही मौतों में भी इजाफा हुआ है. 2020 से 2022 के बीच दो सालों में 888 लोगों की कैंसर से मौत हो चुकी है. 


हरियाणा के पड़ोसी राज्यों का क्या है हाल
हरियाणा के पड़ोसी राज्यों की अगर बात करें तो पंजाब और हिमाचल से ज्यादा सुविधाएं तो हरियाणा में है. कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए तीव्र ऊर्जा के बीम का उपयोग करके रेडियोथेरेपी की जाती है. हरियाणा में 26 सुविधाएं हैं. जबकि पंजाब में सिर्फ 16 और हिमाचल प्रदेश में सिर्फ 3 सुविधाएं ही दी गई है.


केंद्र सरकार ने अब हरियाणा को कैंसर से लड़ने के लिए 1024.14 करोड़ रुपए दिए हैं. राज्य सरकार झज्जर में तैयार हो रहे राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की तरह अंबाला कैंट के नागरिक अस्पताल में भी थर्ड स्टेज का देखभाल केंद्र खोलने की तैयारी की जा रही है. वही अब अस्पतालों में भी कैंसर से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है.


यह भी पढ़ें:


Farmers Protest: एक बार फिर दिल्ली की सड़कों पर दिखेंगे किसान, सरकार की बढ़ सकती है मुश्किलें