Punjab Lok Sabha Elections 2024: पंजाब की जालंधर सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प होता नजर आ रहा है. क्योंकि, एक पूर्व मुख्यमंत्री और तीन दल-बदलू नेता अनुसूचित जाति की इस आरक्षित सीट पर जीतने की होड़ में हैं. कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली जालंधर सीट का प्रतिनिधित्व कभी इंद्र कुमार गुजराल करते थे, जो देश के 12वें प्रधानमंत्री रहे. यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी उसके किले में सेंध न लगा सके, कांग्रेस ने दलित नेता और पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर अपना दांव लगाया है.


वहीं आम आदमी पार्टी ने पवन कुमार टीनू को मैदान में उतारा है. इसके अलावा बीजेपी ने मौजूदा सांसद सुशील रिंकू पर भरोसा जताया है, जिन्हें सबसे पहले आप ने उम्मीदवार घोषित किया था. लेकिन, टिकट मिलने के बाद रिंकू बीजेपी में शामिल हो गए. सुशील रिंकू पिछले साल ही कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे. वहीं बात करें सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व वाली शिरोमणि अकाली दल की तो उन्होंने पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख और पूर्व सांसद मोहिंदर सिंह कायपी को इस सीट से मैदान में उतारा है. कायपी पिछले महीने कांग्रेस से अकाली दल में शामिल हुए थे.


जालंधर सीट पर 37 प्रतिशत अनुसूचित जाति की आबादी
16.54 लाख मतदाताओं वाले जालंधर निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 37 प्रतिशत अनुसूचित जाति की आबादी है. इस लोकसभा सीट में नौ विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. फिल्लौर (एससी), नकोदर, शाहकोट, करतारपुर (एससी), जालंधर वेस्ट (एससी), जालंधर सेंट्रल, जालंधर नॉर्थ, जालंधर कैंट और आदमपुर (एससी). प्रचार के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार चन्नी मतदाताओं को अपने विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब में किए गए विकास कार्यों के बारे में बताते हैं. वे कहते है कि मैं यहां रहने आया हूं, मेरे पूर्वज यहीं के हैं. उन्होंने कहा, ''मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपके साथ रहूंगा और आपकी सेवा करूंगा."


चन्नी बोले- आप जो भी कहेंगे मैं करूंगा
पूर्व सीएम चन्नी ने कहा कि उन्होंने खरड़ नगरपालिका समिति के अध्यक्ष के रूप में काम किया है और आज खरड़ पंजाब का नंबर एक शहर बन रहा है. वे बाद में चमकौर साहिब क्षेत्र से विधायक बने वहां एक विश्वविद्यालय और दो कॉलेज खुल रहे हैं. सभी सड़कें पक्की हो गई हैं और आपको उन पर एक भी गड्ढा नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा, "आप जो भी कहेंगे, मैं करूंगा, आप मेरे परिवार हैं और आने वाले दिनों में जब आप मुझे मौका देंगे तो मैं यह साबित कर दूंगा." उन्होंने नशे के मुद्दे पर भी आप सरकार पर हमला बोला. साथ ही जालंधर में मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने की बात करते हुए कहा कि शहर में बहुत कुछ है. इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं.


सुशील रिंकू ने केंद्र की योजनाओं को सराहा
वहीं बीजेपी उम्मीदवार और मौजूदा सांसद सुशील रिंकू केंद्र की मोदी सरकार के 10 साल के प्रदर्शन पर भरोसा कर रहे हैं. एक सार्वजनिक बैठक में रिंकू ने केंद्र सरकार की सराहना करते हुए कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया में पांचवें स्थान पर ले गई और देश को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया जाएगा. अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी पर कटाक्ष करते हुए रिंकू कहते हैं कि AAP नेता दावा करते थे कि वे आम (आम) लोग हैं, लेकिन अब वे खास (वीआईपी) से अधिक बन गए हैं.


टीनू को AAP सरकार के 2 साल के कार्यकाल पर भरोसा
वहीं AAP उम्मीदवार पवन कुमार टीनू मान सरकार के दो साल के प्रदर्शन पर भरोसा कर रहे हैं. क्योंकि वह 43,000 सरकारी नौकरियां, प्रति माह 300 यूनिट मुफ्त बिजली, 'आम आदमी' क्लीनिक खोलने की बात करते हैं जो मुफ्त इलाज और मुफ्त दवाएं प्रदान करते हैं. वहीं बहुजन समाज पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार बलविंदर कुमार को मैदान में उतारा है, जिन्होंने पिछले चुनाव में 20 प्रतिशत वोट हासिल किए थे. 


1 जून को 13 सीटों पर होगा मतदान
2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार संतोख चौधरी ने जीत हासिल की थी. हालांकि, जनवरी 2023 में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान चौधरी की दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. इसके कारण उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी, जो सुशील रिंकू ने जीता था. जालंधर सीट का प्रतिनिधित्व पूर्व पीएम गुजराल ने 1989 और 1998 में जनता दल के उम्मीदवार के रूप में किया था. पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों के लिए मतदान 1 जून को होगा, जो मौजूदा आम चुनाव का आखिरी चरण है.


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