Punjab News: सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या के बाद वीआईपी लोगों की सिक्योरिटी के मामले पर पंजाब सरकार ने यू-टर्न लिया है. भगवंत मान (Bhagwant Mann) की सरकार ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को गुरुवार को सूचित किया गया कि उन 423 लोगों के सुरक्षा घेरे को सात जून से बहाल कर दिया जाएगा जिसे अस्थायी आधार पर घटाया गया था.


पंजाब सरकार ने पिछले सप्ताह 424 लोगों की सुरक्षा कम कर दी थी जिनमें पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला भी थे जिनकी रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी गयी. पंजाब के वरिष्ठ उप महाधिवक्ता गौरव धुरीवाला ने उच्च न्यायालय को तब इस बारे में सूचित किया जब न्यायमूर्ति राजमोहन सिंह की अदालत में पूर्व उप मुख्यमंत्री ओ पी सोनी की उनकी सुरक्षा वापस लिये जाने के खिलाफ दाखिल याचिका सुनवाई के लिए आई.


पंजाब सरकार ने घल्लूघारा सप्ताह और ऑपरेशन ब्लूस्टार की बरसी के मद्देनजर सुरक्षा कम की थी. सेना ने 1984 के जून महीने में स्वर्ण मंदिर परिसर से आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन ब्लूस्टार चलाया था.


विपक्ष ने बनाया दबाव


सुरक्षा घेरा वापस या कम किये जाते समय पंजाब पुलिस ने कहा था कि कानून व्यवस्था की एक सामने आ रही जिम्मेदारी के सिलसिले में पूरी तरह अस्थायी आधार पर सुरक्षा वापस ली जा रही है.


विपक्ष ने राज्य की आम आदमी पार्टी सरकार के इस कदम की और सुरक्षा प्राप्त लोगों के नाम सार्वजनिक करने की निंदा की थी. इससे साथ ही विपक्ष की ओर से सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. सिद्धू मूसेवाला का परिवार भी सिक्योरिटी में कटौती का मुद्दा उठा चुका है.


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