पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हो रही है मूसलाधार बारिश जिसके चलते पंजाब के दरिया भी उफान मार रहे हैं. ब्यास और सतलुज दरिया का पानी पंजाब के जिला फिरोजपुर के हरि के हैड पर पहुंच रहा है, जहां से इस पानी को नीचे हुसैनीवाला की और छोड़ा जा रहा है.

हुसैनीवाला हेड से पहले यह पानी पाकिस्तान को छोड़ दिया जाता था, मगर अब यह पानी हुसैनीवाला हेड पर ही जमा किया जा रहा है और अधिकतर पानी को पंजाब और राजस्थान को जाने वाली नहरों में छोड़ा जा रहा है. अब पहाड़ी इलाकों से मूसलाधार बारिश के बाद इन दरिया में पानी बढ़ता जा रहा है और पानी भरने के कारण इन दरिया के किनारे पर रहने वाले लोगों को डरा रहा है.

'डूब जाएंगी फैसले'

दरिया के किनारों पर रहने वाले किसानों का कहना है कि उनकी फैसले इस पानी में डूब रही है और अगर आगे पानी नहीं छोड़ा गया तो उनकी फैसले डूब जाएगी, उन्होंने कहा कि प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए किसी तरह का कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किया, न तो दरिया पार करने के लिए बेड़ियों का प्रबंध किया गया है

'नहरों में पानी पड़ जाएगा कम'

वहीं अधिकारियों के कहना है कि पानी जैसे जैसे उनके हैड पर आ रहा है वैसे वैसे नहरों को छोड़ा जा रहा है अगर हम इसके गेट खोलेंगे तो हमारी नहरों में पानी कम पड़ जाएगा.

फिरोजपुर के गांव खाई के किसानों ने भी बताया कि नहरों से पानी मिलना शुरू हो गया है. मदन लाल नामक किसान ने कहा कि नहरी पानी जल्दी खत्म नहीं होता और इससे सभी खेतों में बराबर पानी पहुंचता है.

बतादे कि पंजाब सरकार ने वादा किया था कि धान की फसल के लिए किसानों को नहरी पानी मिलेगा. मोटरों से सिंचाई कम होने से भूमिगत जल भी बचेगा. किसान सरकार के इस फैसले से संतुष्ट नजर आ रहे हैं.