Gurugram News: हरियाणा के महेंद्रगढ़ के कनीना में दो दिन पहले स्कूल बस के दुर्घटनाग्रस्त (Bus Accident) हो जाने के कारण छह बच्चों की मौत हो गई थी और कई बच्चे घायल भी हो गए थे. इस घटना के बाद हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार (Nayab Singh Saini) ने सख्त रुख अपनाया है.


अब सरकार इस बात की जांच कराएगी कि स्कूल के बस सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी का पालन कर रही है या नहीं. इसके तहत गुरुग्राम में प्रशासन ने निजी बसों की जांच शुरू की है जिसकी जानकारी गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर निशांत यादव ने दी है. 


डिप्टी कमिश्नर निशांत यादव ने कहा, ''छह बच्चों की मौत हो गई थी. काफी बच्चे घायल हुए थे. उसके बाद से सरकार का उद्देश्य है कि जितनी भी स्कूल के वाहन संचालित हैं. वे सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी को फॉलो कर रहे हैं या नहीं इसकी जांच की जाए.''


गुरुग्राम की 2600 बसों की होगी जांच
निशांत यादव ने कहा, ''उस सिलसिले में हमने गुरुग्राम में जितनी भी निजी स्कूल के वाहन है उनकी जांच शुरू की. 520 स्कूल हमारे जिले में हैं इनमें 520 स्कूलों की जांच पांच जगहों पर कर रहे हैं. इन स्कूलों में रजिस्टर्ड बसों की संख्या 2600 बस हैं जिनकी हम जांच करेंगे. शनिवार और रविवार की बसों की चेकिंग करेंगे.''






इन पैरामीटर्स पर होगी जांच
निशांत यादव ने कहा कि इसके अलग अलग पैरामीटर की जांच करेंगे. स्कूल बस पीलें रंग से रंगा हो. बस पर स्कूल का नाम लिखा हो. इमर्जेंसी कॉन्टेक्ट नंबर लिखा हो. स्कूल का कॉन्ट्रेक्ट डिटेल हो. खिड़की पर ब्लैक पेंटिंग न हो. खिड़की पर ग्रिल लगी हो ताकि बच्चे बाहर न निकलें. स्पीड लिमिट होनी चाहिए, सीसीटीवी लगी होनी चाहिए.


जीपीएस होना चाहिए. फर्स्ट एड किट होनी चाहिए. जो अटेंडेंट और ड्राइवर हो उसका वेरिफिकेशन होना चाहिए. ड्राइवर को पांच साल स्कूल बस चलाने और हेवी व्हिकल चलाने का अनुभव हो. बस के अंदर सारे डॉक्यूमेंट मौजूद होने चाहिए. इन्हीं सभी पहलुओं पर हम जांच कर रहे हैं.


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