हरियाणा के महेंद्रगढ़ स्कूल बस हादसा में कार्रवाई हुई है. नारनौल में आरटीए के सहायक सचिव प्रदीप कुमार को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. इस हादसे में छह छात्रों की जान चली गई और 20 घायल हुए हैं. बस का चालक कथित तौर पर नशे में था और बस के पास फिटनेस सर्टिफिकेट और दूसरे डॉक्यूमेंट नही थे.


ईद के मौके पर सार्वजनिक छुट्टी होने के बावजूद गुरुवार (11 अप्रैल) को खुले रहने वाले स्कूल और कुछ अन्य स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. पुलिस के मुताबिक, महेंद्रगढ़ जिले में स्कूल के बच्चों को लेकर जा रही एक बस के पलट जाने से छह विद्यार्थियों की मौत हो गई और करीब 20 घायल हो गए.


हरियाणा के परिवहन मंत्री असीम गोयल ने कहा कि सरकार ने इस घटना के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद, घटना की जांच के आदेश दिए हैं. असीम गोयल ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि एक समिति बनाकर विभिन्न पहलुओं को शामिल करते हुए घटना की विस्तृत जांच कराई जाए. समिति में राज्य सरकार के उच्च अधिकारी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि दुर्घटना का शिकार हुई बस पर हाल ही में जुर्माना लगाया गया था क्योंकि उसके पास कुछ आवश्यक दस्तावेज नहीं थे और तथ्य यह है कि बस का अभी भी इस्तेमाल किया जा रहा था, यह स्कूल अधिकारियों की ओर से एक स्पष्ट चूक थी.


परिवहन मंत्री ने कहा कि संबंधित जिला परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए. उन्होंने कहा कि अगर जांच में क्षेत्र के मोटर वाहन निरीक्षक की गलती का पता चलता है कि वह बस के पास वैध दस्तावेज नहीं होने के बावजूद कार्रवाई करने में विफल रहे, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.


गोयल ने कहा, ‘‘ हमने दस्तावेजों की कमी के कारण बस का 15,500 रुपये का चालान काटा था, लेकिन स्पष्ट रूप से इस मामले में स्कूल अधिकारियों की गलती पाई गई है. ’’ परिवहन मंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी स्कूल बसों की फिटनेस की जांच की जाए. उन्होंने कहा कि जिला परिवहन अधिकारी इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारियों को परिपत्र जारी करेंगे.


महेंद्रगढ़ की उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा कि प्रशासन घायल बच्चों के लिए सर्वोत्तम इलाज सुनिश्चित कर रहा है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि चालक और स्कूल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. बस के पास फिटनेस प्रमाणपत्र और अन्य वैध दस्तावेज नहीं होने के बारे में पूछे जाने पर गुप्ता ने कहा, ‘‘यह सब जांच का विषय है और प्राथमिकी का हिस्सा होगा. ’’


उन्होंने कहा कि निजी स्कूल ईद पर खुला था और जिला शिक्षा अधिकारी ने इसकी मान्यता रद्द करने के लिए राज्य सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है. अस्पताल में घायल बच्चों से मुलाकात करने पहुंची शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि सबसे बड़ी चूक यह रही कि छुट्टी के दिन स्कूल खुला हुआ था. उन्होंने बताया कि स्कूल को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया गया है. 


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