Haryana News: दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल हरियाणा रोडवेज के कर्मियों ने भी शामिल होने का फैसला किया है. इस फैसले की वजह से सार्वजनिक परिवहन सेवा प्रभावित सोमवार को प्रभावित रही और इसका प्रभावित रहना मंगलवार को भी जारी रहेगा. यह हड़ताल केंद्रीय मजदूर संघों के संयुक्त मंच द्वारा केंद्र की कथित गलत नीतियों के खिलाफ बुलाई गई है. संगठनों ने दावा किया कि इससे किसान, कर्मचारी और आम जनता प्रभावित हो रही है.


हरियाणा रोडवेज के कई डिपों पर बस सेवा स्थगित होने की वजह से यात्रियों को मुश्किल का सामना करना पड़ा. रोडवेज के कर्मचारियों ने हड़ताल के तहत कई डिपो पर विरोध प्रदर्शन किया. रोडवेज के 10 संगठनों के संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष सरबत सिंह पूनिया ने कहा, ''सभी बस डिपों में सेवाएं स्थगित हैं.''


उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा की भाजपा नीत सरकार हरियाणा रोडवेज बेड़े को मजबूत नहीं कर रही हैं. उन्होंने कहा, ''केवल कुछ बसें ही किलोमीटर योजना के तहत संचालित की गई और ये बसें सुबह नरनौल, झज्जर और चंडीगढ़ डिपों से चलाई गईं. हमारे कर्मचारी पूर्ण रूप से हड़ताल में शामिल हुए.''


संयुक्त किसान मोर्चा ने भी किया समर्थन


सरबत सिंह ने आगे कहा, ''यह उनकी परिवहन सेवा के नीजिकरण की मंशा का संकेत करता है. छह साल पहले हरियाणा रोडवेज में 4200 बसें थी जो अब घटकर 2600 रह गई हैं और निजी बस संचालकों को रूट परमिट दिया गया है. हरियाणा रोडवेज के बेड़े में 10 हजार बसों की जरूरत है लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही है.''


अधिकारियों ने बताया कि हड़ताल के मद्देनजर कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए निषेधाज्ञ लागू की गई है और पांच लोगों के एक साथ जमा होने पर रोक लगाई गई है. एक अन्य रोडवेज कर्मचारी संघ के नेता ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने भी इस हड़ताल को समर्थन दिया है.


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