Haryana Rewari Blast Case: हरियाणा के जिला रेवाड़ी इंडस्ट्रियल एरिया धारूहेड़ा स्थित ऑटो पार्ट्स बनाने वाली लाइफ लॉन्ग कंपनी में 16 मार्च हो हुए हादसे में बॉयलर का डस्ट कलक्टर फटने से हुए ब्लास्ट में झुलसे करीब 40 कर्मचारियों में से 4 श्रमिकों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. 10 से ज्यादा कर्मचारियों की हालत अभी गंभीर बनी हुई है.


चार कर्मचारियों की हुई मौत
घायलों में 18 कर्मचारी रोहतक पीजीआई तो कुछ दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती हैं. इस हादसे में जान गंवाने वालों में यूपी के मैनपुरी निवासी अजय (32), यूपी के बहराइच निवासी विजय (37), यूपी के गोरखपुर निवासी रामू (27), यूपी के फैजाबाद निवासी राजेश (38) शामिल हैं.


चारों की की मौत हो गई है. विजय दिल्ली के सफदरजंग और रामू, अजय, राजेश रोहतक पीजीआई में भर्ती थे. सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, इस हादसे में कुल 40 कर्मचारी झुलसे थे. इनमें 10 श्रमिक रेवाड़ी ट्रॉमा सेंटर, 20 कर्मचारी पीजीआई रोहतक और 4 को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था.


ठेकेदार के खिलाफ हो चुकी है एफआईआर
धारूहेड़ा के अस्पताल भर्ती 5 और रोहतक पीजीआई में भर्ती एक श्रमिक को इलाज के बाद हालत ठीक होने पर अस्पताल से छुट्‌टी भी मिल चुकी है. वहीं इस मामले में दो दिन पहले धारूहेड़ा थाना में कंपनी और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर हो चुकी है. 


इस मामले में गठित की गई कमेटी भी जांच कर रही है. हादसे में झुलसे कर्मचारी की मानें तो बताया कि हादसे के वक्त कंपनी में लगा बड़ा इमरजेंसी गेट बंद था. इसकी वजह से आग लगने के बाद कर्मचारी उसमें फंस फंसे रहे.


16 मार्च को हुआ था हादसा
आपको बता दें कि शनिवार (16 मार्च) की शाम हुए लाइफ लॉन्ग कंपनी में हुए बॉयलर फटने के बाद हुए ब्लॉस्ट से 40 कर्मचारी बुरी तरह झुलस गए. इनमें 23 कर्मचारियों की गंभीर हालत के चलते रोहतक पीजीआई रेफर किया गया था जबकि अन्य कर्मचारियों में कुछ नागरिक अस्पताल तो कुछ का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था.


यूपी के जिला गोंडा में थाना तरबगंज के अधीन आने वाले सेझिया रेतादलसिंह निवासी राजकुमार (24) भी इस हादसे में झुलसा था. उसने बताया कि 16 मार्च को करीब 60-70 कर्मचारी कंपनी में काम कर रहे थे. समय शाम 5.45 पर बॉयलर डस्ट कलक्टर फट गया. ये बॉयलर डस्ट कलक्टर पहले भी दो बार फट चुका था. उस वक्त कोई नुकसान नहीं हुआ था.


कंपनी पर लगा लापरवाही का आरोप
तब भी ठेकेदार और कंपनी मालिकों को इसे ठीक कराने बारे अवगत करवाया था. साथ ही बताया कि था कि इससे कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है लेकिन इसकी देख रेख पर कोई ध्यान नहीं देकर लापरवाही की. अगर कंपनी मालिक और ठेकेदार समय पर सफाई व देख रेख करते तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता. धारूहेड़ा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जगदीश चंद्र ने बताया कि हादसे में झुलसे 4 कर्मचारियों की उपचार के दौरान मौत हुई है.


राजेश यादव की रिपोर्ट


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