Haryana Stray Dogs Sterilising: हरियाणा की खट्टर सरकार ने पिछले 8 साल में आवारा कुत्तों की नसबंदी पर करोड़ों रुपये खर्च किए हैं. इस बात की जानकारी हरियाणा सरकार के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कमल गुप्ता ने विधानसभा में दी है. मंत्री कमल गुप्ता ने आज बुधवार (28 दिसंबर) को विधानसभा में फरीदाबाद एनआईटी के कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह बात कही. बीजेपी मंत्री ने बताया कि हरियाणा के नगर निकायों ने साल 2014-22 से 13 जिलों के 14 नगरपालिका क्षेत्रों में 1.37 लाख आवारा कुत्तों की नसबंदी पर 17.46 करोड़ रुपये खर्च किए है.


 गुरुग्राम नगर निगम ने की सबसे अधिक नसबंदी 
हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कमल गुप्ता ने विधानसभा में जानकारी देते हुए कहा कि गुरुग्राम नगर निगम ने 42228 आवारा कुत्तों की नसबंदी की है और इसके लिए 2.87 करोड़ रुपये खर्च किए. इसके बाद पंचकुला नगर निगम ने 1.56 करोड़ रुपये से 17346 आवारा कुत्तों की नसबंदी की. इसके अलावा यमुनानगर नगर निगम ने 16170 आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए 14.25 करोड़ रुपये खर्च किए. वहीं फरीदाबाद नगर निगम ने 1.24 करोड़ रुपये से 14698 आवारा कुत्तों की नसबंदी की, जबकि अंबाला नगर निगम ने 9588 आवारा कुत्तों की नसबंदी पर 77.94 लाख खर्च किए.


आवारा कुत्तों की नसबंदी से पहले समिति का किया गठन 
इसके साथ ही अंबाला सदर नगरपालिका परिषद ने 58.26 लाख रुपये से 6283 आवारा कुत्तों की नसबंदी की. पानीपत नगर निगम ने 56.86 लाख रुपये से 7983 आवारा कुत्तों की नसबंदी की, जबकि करनाल नगर निगम ने 58.99 लाख रुपये से 5647 आवारा कुत्तों की नसबंदी की. वहीं कमल गुप्ता ने विधानसभा में जवाब देते हुए कहा कि आवारा कुत्तों की नसबंदी से पहले राज्य सरकार द्वारा पशु जन्म नियंत्रण (कुत्ते) नियम 2001 के तहत एक समिति का गठन किया गया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि साल 2014-22 से कुत्तों की नसबंदी के संबंध में राज्य सरकार द्वारा किसी भी जिले में कोई अनियमितता नहीं पाई गई.


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