Haryana News: हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है. इसी के साथ सैनी सरकार अल्पमत में आ गई. इस बीच बीजेपी की सहयोगी रही जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता और पूर्व उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सीएम पर निशाना साधा है.


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, साथ ही दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यदि सैनी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है तो वे सरकार के खिलाफ मतदान करेंगे.


उन्होंने कहा, ‘‘मैं विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बताना चाहता हूं कि विधानसभा में मौजूदा संख्या को देखते हुए अगर इस सरकार को (लोकसभा) चुनाव के दौरान गिराने के लिए कोई कदम उठाया जाता है तो हम इसमें बाहर से उनका समर्थन करने पर पूरी तरह विचार करेंगे.’’ 


सीएम नायब सिंह सैनी पर निशाना


दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री ये तो मान तो गए कि वो कमजोर हो चुके हैं. चौटाला ने कहा, ''मुझे लगता है कि ऐसा सीएम, जो मानता है कि वह कमजोर है तो वह नैतिक आधार पर प्रदेश का नेतृत्व करने लायक नहीं है.''


निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान (दादरी), रणधीर सिंह गोलन (पुंडरी) और धर्मपाल गोंदर (नीलोखेड़ी) ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख उदय भान की मौजूदगी में रोहतक में मंगलवार को फैसले की घोषणा की.


क्या है विधानसभा का गणित?


हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में इस समय विधायकों की संख्या 88 है. यानि बहुमत के लिए 45 विधायकों की जरूरत है. विधानसभा में बीजेपी के 40, कांग्रेस के 30 और जेजेपी के 10 विधायक हैं. वर्तमान में बीजेपी सरकार को दो अन्य निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है. यानि  सरकार के पास बहुमत से 2 विधायक कम हैं.


सरकार के अल्पमत में आने के बाद कांग्रेस ने कहा है कि हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए. इसके साथ ही चुनाव कराना चाहिए.




जेजेपी देगी कांग्रेस का समर्थन?
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक जेजेपी नेता दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि हुड्डा को ‘जनता का विश्वास खो चुकी सरकार को गिराने’ की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए. चौटाला ने कहा, ‘‘हुड्डा कहते हैं कि सरकार अल्पमत में है. वह विपक्ष के नेता हैं और उन्हें तुरंत राज्यपाल से मिलना चाहिए और उन्हें घटनाक्रम से अवगत कराना चाहिए.’’


चौटाला ने जेजेपी के कांग्रेस को समर्थन देने के सवाल पर कहा, ‘‘मैं यह नहीं कह रहा हूं कि जजपा कांग्रेस को समर्थन देने और उसके साथ सरकार बनाने को तैयार है. कम से कम जो सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है, उसे हटाने के लिए हुड्डा को प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए.’’


दो महीने पहले ही हुआ था फेरबदल


वहीं सीएम ने कहा कि सरकार पर कोई संकट नहीं है. बता दें हरियाणा में लोकसभा चुनाव ऐलान से ठीक पहले बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया था और मनोहर लाल खट्टर को सीएम पद से हटाकर नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया. सैनी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने 13 मार्च को सदन में ध्वनि मत से विश्वास मत जीत लिया था.


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