Punjab News: शिरोमणि अकाली दल (SAD) की  बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat Kaur Badal) ने महिला आरक्षण विधेयक (Women Reservation Bill) लाए जाने की टाइमिंग को लेकर केंद्र की सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन से सवाल पूछा है. उन्होंने कहा कि बीते साढ़े नौ साल से सरकार यह बिल क्यों नहीं लाई और अब लाई है तो उसे इसे 2024 लोकसभा चुनाव में क्यों लागू नहीं कर रही है. 


हरसिमरत कौर ने कहा कि मौजूदा वक्त में 78 महिलाएं देश के हजारों पुरुषों से मुकाबला कर यहां पहुंची हैं. हम 78 सांसद 78 करोड़ महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं. हम उनकी आवाज, सपने और चुनौतियों का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. वे महिलाएं जिनके पास वह अवसर उपलब्ध नहीं है जो कि हमारे पास है. वह संसद, सरकार और हमारी तरफ देखती हैं कि हम उनके मुद्दे उठाएंगे.


...इससे ज्यादा तेज तो बैलगाड़ी दौड़ती है- कौर
हरसिमरत कौर ने कहा कि पहली लोकसभा में 24 महिला सदस्य थीं और आज आजादी के 75 साल के बाद केवल 78 महिलाएं ही सांसद हैं. यानी इतने वर्षों में केवल 9 प्रतिशत की ही वृद्धि हुई है. उन्होंने आगे तंज करते हुए कहा, ''इससे ज्यादा तेजी से तो बैलगाड़ी दौड़ती है.'' एसएडी सांसद कौर ने कहा कि देश में 50 प्रतिशत सीटों पर कभी महिलाओं ने चुनाव ही नहीं लड़ा. जबकि उन स्थानों में भी महिला वोटरों की संख्या पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा रही है वही पुरुषों को जिता कर संसद पहुंचाती हैं.


24 घंटे में उत्साह पड़ गया ठंडा- कौर
केंद्र सरकार पर आगे हमला करते हुए हरसिमरत ने कहा, ''आजादी के अमृत काल में 75वें साल में नए संसद , नया भारत और न्यू इंडिया की बात की गई है. लोकसभा का विशेष सत्र बुलाया गया. एजेंडा नहीं बताया गया. कैबिनेट की बैठक हुई लेकिन यह नहीं बताया गया कि क्या चर्चा हुई. आखिर इतनी गोपनीयता की क्या जरूरत थी. जब महिला आरक्षण बिल लाया गया तो बहुत उत्साह था . देश में सभी उत्साहित थे. लेकिन जैसे ही बिल की डिटेल पढ़ी तो 24 घंटे के बाद ही उत्साह ठंडा पड़ गया.'' उन्होंने आगे बीजेपी से पूछा कि ''आपने 9.5 साल में यह बिल क्यों नहीं पेश किया. इस बिल को पेश किया तो फिर इसे 2024 के लोकसभा चुनाव में क्यों लागू नहीं कर  सकते.''


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