Parkash Singh Badal Guard of Honour: पंजाब (Punjab) के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal)ने अपने पिता प्रकाश सिंह बादल को मुक्तसर (Muktsar) जिले में स्थित अपने पैतृक गांव में चिताग्नि दी. 95 साल की उम्र में 25 अप्रैल को मोहाली (Mohali) के फोर्टिस अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली थी. वे पांच बार राज्य के सीएम रहे.


गुरुवार (27 अप्रैल) को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पंवार भी बादल को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे. बादल की अंतिम यात्रा उनके आवास से शुरू हुई. उनका पार्थिव शरीर तिरंगा से लपेटा गया. पारिवारिक सदस्यों ने बादल के पार्थिव शरीर को कंधा देकर उसे ट्रैक्टर में रखा. परिवार के सब सदस्य एक-दूसरे के आंसू पोंछकर आपस में ढांढस बंधाते दिखाई दिए.


‘बादल से बहुत कुछ सिखने को मिला’
जेपी नड्डा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उनका व्यक्तित्व सबकों प्रभावित करने वाला था. उन्होंने कहा कि समाज में सब लोग सुख-शांति और भाईचारे के साथ रहे इसके लिए उन्होंने अपना सारा जीवन लगा दिया. गरीबों की चिंता करना, समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की चिंता करना और किसानों की चिंता करना ये उनके स्वभाव में विशेष रूप से शामिल थी. नड्डा ने कहा कि उनके बादल से व्यक्तिगत संबंध से वो उन्हें बहुत प्यार करते थे, उनसे हम सब लोगों को बहुत कुछ सिखने को मिला.



शरद पंवार समेत इन दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि
एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पंवार भी पूर्व मुख्यमंत्री बादल को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे. इस दौरान पंवार पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे सुखबीर बादल के पास जाकर अपनी संवेदना जताते नजर आए. बादल को श्रद्धांजलि देने के लिए कई राजनीतिक दलों की हस्तियां पहुंच रही है केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, गजेंद्र सिंह शेखावत, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी बादल के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे. आपको बता दें कि प्रकाश सिंह बादल की आज अंतिम यात्रा को देखते हुए पंजाब में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. 


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