सिंघु बॉर्डर पर एक शख्स की निर्मम हत्या के मामले में  निहंग सरबजीत सिंह ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. जिसके बाद एक बार फिर निहंग सिख सुर्खियों में है. आखिरकार निहंग सिख कौन होते हैं और इनका इतिहास क्या है? दरअसल निहंग फारसी शब्द है जिसका अर्थ मगरमच्छ होता है. इतिहासकारों के मुताबिक ये नाम को मुगलों ने दिया था. सिखों के लड़ाका योद्धाओं को मुगल निहंग करते थे. मुगलों का मानना था कि जिस तरह पानी में मगरमच्छ को हराना मुश्किल है उसी प्रकार युद्ध में निहंगों को हराना आसान नहीं है.


निहंग बनने की कहानी


इतिहासकारों के मुताबिक सिखों के के दसवें गुरू गोविंद सिंह के चार बेटे अजित सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह थे. जिनमें सबसे छोटे फतेह सिंह थे. एक बार तीनों बड़े भाई युद्ध कला सीख रहे थे. इसी दौरान फतेह सिंह वहां पहुंचे और युद्ध कला सीखने की बात कही. इस पर बडे़ भाईयों ने कहा कि जब वह बड़े हो जाए तब वह युद्ध कला सीखें.


इस बात पर फतेह सिंह नाराज हो गए और  घर के अंदर चले गए. इसके बाद फतेह सिंह ने नीले रंग के कपड़े और बड़ी सी पगड़ी बांधी. फिर अपने भाईयों से जाकर कहा कि वह लंबाई में उनके बराबर हो गए हैं.  ऐसा माना जाता है कि फतेह सिंह ने जो कपड़े पहने थे वैसा ही लिबास आज निहंग पहनते हैं. ऐसा माना जाता है कि निहंग अपनी जीवन में एक विशिष्ट प्रक्रिया का निर्वाह करते हैं, 


निहंगों ने मुगलों और अफगान घुसपैठ का किया मुकाबला


18वीं और 19वीं शताब्दी में निहंग सिखों ने मुगल और अफगान आक्रमणकारियों का डटकर मुकाबला किया. निहंग सिखों ने अफगान राजा अहमद शाह अब्दाली से युद्ध किया था. 


निहंग सिखों की खास है पोशाक


निहंग सिख एक खास तरह के कपड़े पहनते हैं, वह नीले वस्त्र धारण करते हैं, इसके अलावा एक बड़ी सी पगड़ी जिसमें अर्धचंद्राकार, दोधारी तलवार की बैज होती है. निहंग सिख साथ में एक तलवार रखते हैं. हाथों में लोहे का कंगन पहनते हैं, इनके कमर पर एक लोहे का खंजर होता है. पैरों में एक चमड़े के जूते और एक ढाल लेकर चलते हैं. 


निहंगों पर लग चुके हैं कई आरोप



  • निहंगों पर भांग का सेवन करने के आरोप लगते आए हैं. सिख धर्म में भांग की मनाही है.

  • सिखों के अंदर एक मत का मानना है कि निहंग आपराधिक तत्व, भूमाफिया  समेत कई अन्य गलत कामों से जुड़ गए हैं

  • निहंगों पर आरोप लगता है कि निहंग सिख आचार संहिता का उलंघन कर रहे हैं.

  • पिछले साल कोरोना लॉकडाउन के दौरान एक निहंग ने पटियाला पुलिस पर हमला कर दिया था जिसमें एक एएसआई का हाथ कट गया था. 


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