Punjab Junior Engineers And Clerks Appointment Letters: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने मंगलवार को चंडीगढ़ (Chandigarh) में जल आपूर्ति, स्वच्छता और सहकारिता विभागों के जूनियर इंजीनियर और क्लर्क को नियुक्ति पत्र सौंपे. इसी के साथ अब तक 26,478 नौजवानों को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं. यहां म्युनिसिपल हाउस में युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए सीएम मान ने कहा कि यह भवन नियुक्ति पत्र देने के लिए आयोजित किए जाने वाले ऐसे समारोहों का गवाह है, जिनमें नौजवानों को अलग-अलग सरकारी विभागों में नौकरियां दी जा चुकी हैं.


सीएम मान ने आगे कहा, "जब से उन्होंने पद ग्रहण किया है, उनकी सरकार की ओर से अलग-अलग विभागों में 26,478 नौजवानों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए. सिर्फ 11 महीनों में इतनी बड़ी संख्या में नौजवानों को सरकारी नौकरियां देना राज्य सरकार की वचनबद्धता को दिखाता है." युवाओं को बधाई देते हुए उन्होंने कहा, "उनके लिए यह गर्व और सम्मान की बात है कि सभी नौजवानों को केवल मेरिट के आधार पर चुना गया है. यह नौजवान सरकार के परिवार के सदस्य बन चुके हैं, जिनको समर्पित भावना से लोगों की सेवा करनी चाहिए."


सीएम मान ने जाहिर की ये उम्मीद 


इस मौके पर पंजाब के सीएम ने उम्मीद जाहिर की है कि नए भर्ती हुए उम्मीदवारों की कलम समाज के जरूरतमंद और कमजोर वर्गों की मदद करेगी. समारोह में नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के अवसर पर लड़कों की अपेक्षा लड़कियों की संख्या अधिक होने पर संतुष्टि प्रकट करते हुए सीएम मान ने कहा कि यह महिला सशक्तिकरण की लहर को दिखाता है. उन्होंने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि लड़कियां इन परीक्षाओं को सख्त मेहनत और लगन से पास कर रही हैं. उन्होंने उम्मीद अभिव्यक्त की कि इससे समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा.


'भ्रष्टाचार करने वालों पर हो रही सख्त कार्रवाई'


भ्रष्टाचार को मानसिक रोग बताते हुए सीएम माने ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों का लालच कभी खत्म नहीं होता. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार और भ्रष्ट नेताओं के साथ कोई लिहाज न बरतने की नीति अपनाई हुई है. भगवंत मान ने कहा कि भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.


साईन बोर्डों को लेकर क्या बोले सीएम मान?


वहीं अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर पंजाबियों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य भर के सभी साईन बोर्डों (दिशा सूचक) पर पंजाबी को पहल देने की विशेष मुहिम को और बढ़ावा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वैसे तो बहुत से दुकानदार पहले ही साईन बोर्डों में पंजाबी को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन बाकी दुकानदारों को भी साईन बोर्डों में पंजाबी को प्राथमिकता देने के लिए राजी कर लिया जाएगा. भगवंत मान ने कहा कि जो छोटे दुकानदार साईन बोर्डों को बदलने की क्षमता नहीं रखते, उनके साईन बोर्ड बदलने को राज्य सरकार सुनिश्चित बनाएगी.


'गौरवमयी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व महसूस करें पंजाबी'


मुख्यमंत्री ने भारत और विश्व के अलग-अलग हिस्सों में बसने वाले पंजाबी भाईचारे को भी पंजाबी भाषा और सभ्याचार को बड़े स्तर पर प्रफुल्लित करने का न्योता दिया. भगवंत मान ने कहा कि यह हकीकत है कि कोई भी व्यक्ति अपनी समृद्ध संस्कृति और मातृभाषा से वंचित होकर अपनी होंद नहीं बचा सकता. उन्होंने कहा कि बिना शक अंग्रेजी को विश्व भर में संचार करने की भाषा के तौर पर मान्यता प्राप्त है, लेकिन इस भाषा को हमारी मातृभाषा की कीमत और रुतबे पर प्रफुल्लित नहीं किया जाना चाहिए. इसकी बजाय हरेक पंजाबी को विरासत में मिले गौरवमयी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व महसूस करना चाहिए.


सीएम बोले- पंजाब महान गुरुओं और संतों की धरती


उन्होंने कहा कि पंजाब महान गुरुओं, संतों, पीरों और शहीदों की धरती है और यह युगों-युगों से मानवता के लिए प्रकाश स्तंभ के रूप में हमारा मार्गदर्शन करता आ रहा है. भगवंत मान ने कहा कि पंजाबियों ने अपनी मेहनत और लगन से दुनिया भर में विशेष स्थान हासिल किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई अपनी मातृभाषा को भुला देता है तो इसको श्राप समझा जाता है, लेकिन बदकिस्मती से अंग्रेजी और अन्य भाषाओं की चाहत में पंजाब निवासी अपनी मातृभाषा से दूर होते जा रहे हैं. इस रुझान पर नकेल कसने की जरूरत है, क्योंकि इस तथ्य से मुंह नहीं मोड़ा जा सकता कि मानव अपनी मातृभाषा में ही बढ़िया ढंग से बातचीत और विचार प्रकट कर सकता है.


पंजाबी भाषा एक अनमोल खजाना है: भगवंत मान


भगवंत मान ने कहा कि बहुत से विदेशी मुल्कों में तो पंजाबी भाषा का प्रयोग किया जा रहा है, लेकिन हम किसी न किसी तरह इसको अपने जीवन का हिस्सा बनाने से कतराते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी भाषा एक अनमोल खजाना है, क्योंकि इसमें बहुत सारा साहित्य, गीत, कविताएं और अन्य रचनाएं लिखी गई हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि जब हमें इस बेशकीमती खजाने को संभालना चाहिए और इसको हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए कायम रखना चाहिए. भगवंत मान ने कहा कि हमें अपनी भाषा, सभ्याचार और परम्पराओं पर गर्व महसूस करना चाहिए. इससे पहले जल आपूर्ति और स्वच्छता मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा ने सभी का स्वागत किया.


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