पंजाब के अमृतसर से एक दिल दहला देने वाली मर्डर का मामला सामने आया है. अमृतसर के छेहरटा इलाके में 25 सितंबर की रात 12 बजे एक दर्दनाक घटना हुई. 2012 में एएसआई रविंदरपाल सिंह हत्या कांड के मामले में सजा काट रहे और हाल ही में 14 दिन की पैरोल पर बाहर आए धरमजीत सिंह धरमा की उसके घर के सामने गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई. 

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इस वारदात को मोटरसाइकिल पर सवार लगभग तीन युवकों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर अंजाम दिया. एसीपी वेस्ट शिवदर्शन सिंह ने मामले की पुष्टि की और बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.

घटना की जानकारी और परिवार की प्रतिक्रिया

धरमा की पत्नी ने बताया कि जेल के अंदर उसके पति की जग्गू भगवानपुरिया गैंगस्टरों के साथ झड़प हुई थी. उन्होंने पुलिस को पहले भी चेतावनी दी थी कि धरमजीत को जग्गू भगवानपुरिया से खतरा है. घटना के समय धरमजीत ने अपनी जान बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन 4–5 गोलियां लगने के कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इस हत्या के बाद परिवार और इलाके में दहशत का माहौल है.

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पुलिस की कार्रवाई और जांच

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके और घर के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं. घटनास्थल का सर्वे किया जा रहा है और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है. एसीपी शिवदर्शन सिंह ने कहा कि दोषियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. पुलिस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है और वारदात के सभी पहलुओं की जांच कर रही है.

वारदात का सामाजिक और सुरक्षा पर असर

यह हत्या केवल एक व्यक्तिगत विवाद नहीं बल्कि लंबे समय से चल रहे गैंगस्टर और अपराध संबंधी घटनाओं का हिस्सा मानी जा रही है. इलाके में लोग डर और असुरक्षा महसूस कर रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियां अब अधिक सतर्क हो गई हैं और इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में पैरोल के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना जरूरी है.

(गगनदीप सिंह की रिपोर्ट)