Maharashtra News: वंचित बहुजन अघाड़ी (Vanchit Bahujan Aghadi) के नेता प्रकाश आंबेडकर (Prakash Ambedkar) ने महाविकास अघाड़ी  से गठबंधन तोड़ने के सवाल पर कहा कि जब 4 जून को नतीजे आएंगे तो सबको पता चल जाएगा कि जो वॉक आउट हुआ था वह सही था यहा नहीं. उन्होंने कहा कि पहले बात हुई थी तो वह 24-24 सीट को लेकर हुई थी लेकिन बाद में कहा कि आप दो सीट पर लड़िए.  प्रकाश आंबेडकर ने साथ ही कहा कि वह सत्ता के लिए नहीं बने हैं बल्कि वह आंदोलन के लिए हैं. 


प्रकाश आंबेडकर ने कहा, ''मैं खुद ही पावर हूं. 15 प्रतिशत देश की राजनीति कंट्रोल करता हूं. जम्मू जाऊं तो दावे के साथ कह सकता हूं कि जीत जाउंगा. अपनी हैसियत जानता हूं. मैंने अपनी हैसियत वीपी सिंह के टाइम इस्तेमाल की और अब महाराष्ट्र तक खुद को सीमित हूं.'' 


यूपी में चुनाव क्यों नहीं लड़ते प्रकाश आंबेडकर?
आंबेडकर ने कहा कि, ''देश में दलितों की लीडरशिप कम है. यूपी और बिहार की अगर बात करें. आपस में अगर लड़ाई होती है दलित लीडरशिप खत्म हो जाती है. यहां का एक वर्ग है जो उसे देखना चाहता है. इसलिए जो नई लीडरशिप खड़ी होती है उन्हें सपोर्ट करता हूं. अगर मैं यूपी में जाता तो क्या करता. बीएसपी को अपने खिलाफ करवा देता, दोनों में लड़ाई होती दोनों एक दूसरे के साथ लड़ते, दोनों को सत्ता नहीं मिलती. अच्छा है कि कांशीराम ने अच्छा मूवमेंट चलाया और वह सीएम बने. जब मैं दूसरों को बना सकता हूं तो मैं उसमें खुश हूं.''


विधानसभा चुनाव में गठबंधन न करने पर यह बोले प्रकाश?
AIMIM के साथ विधानसभा चुनाव में गठबंधन न करने को लेकर प्रकाश आंबेडकर ने कहा, ''मेरे ख्याल से इम्तियाज जलील का अध्यक्ष बनने के बाद बयान सुनना चाहिए. जलील ने कहा था कि वंचित के साथ समझौता रहेगा लेकिन 100 सीट एमआईएम चाहिए. अगर उनको 100 चाहिए तो मुस्लिम कैंडिडेट को खड़ा करेंगे. 288 में असेंबली अगर 100 सीटें एमआईएम को देना है कि वहां 188 बचती है. जिस माहौल में है उस माहौल को न ओवैसी समझे न जनता समझती. इससे सीधे-सीधे बीजेपी की सरकार बनती.''


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