Aaditya Thackeray Statement: उद्धव ठाकरे ने हाल ही में बयान दिया था कि देवेंद्र फडणवीस ने आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री पद के लिए तैयार किया था और मुझसे कहा था कि वह खुद दिल्ली जायेंगे. उनके इस बयान से राजनीतिक गलियारे में चर्चा शुरू हो गई है. इसपर अब उनके बेटे आदित्य ठाकरे का भी बयान सामने आया है.


आदित्य ठाकरे क्या बोले?
TOI के अनुसार, इस मुद्दे पर आदित्य ठाकरे ज्यादा स्पष्ट बोलने से बचते दिखे. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे बीजेपी ने शिवसेना के साथ राजनीतिक समझौता किया है. आदित्य ठाकरे ने कहा, बात ये है कि "2019 में बीजेपी और शिवसेना के बीच राजनीतिक समझौता हुआ था."


आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि "बीजेपी ने उस समझौते का सम्मान नहीं किया. 2014 में बीजेपी ने अक्टूबर में शिवसेना से अपना गठबंधन तोड़ दिया था. क्योंकि ऐसी रिपोर्ट थी कि आंतरिक सर्वे में वे अपने दम पर जीत हासिल करेंगे. तभी वे 25 साल का गठबंधन तोड़ना चाहते थे." आदित्य ठाकरे ने कहा कि "यह बीजेपी की 'इस्तेमाल करो और फेंक दो' की नीति को दर्शाता है. मुख्यमंत्री पद की बात करें तो हमारे लिए शिवसैनिक मुख्यमंत्री होना ज्यादा महत्वपूर्ण है."


एकनाथ शिंदे ने आपको क्यों छोड़ा?
इस सवाल का जवाब देते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा, "एकनाथ शिंदे का गुजरात भाग जाना जेल जाने से बचने के लिए ही था. एकनाथ शिंदे ने बीजेपी की 'ज्वाइन या जेल' नीति के कारण हमें छोड़ दिया."


आदित्य ठाकरे ने कहा कि "जेल जाने से बचने के लिए उनके समूह का हर विधायक बीजेपी में शामिल हो गया है. हम राज्य में एमवीए सरकार की वापसी के बाद वर्तमान अवधि में दिए गए सभी नगरपालिका ठेकों की जांच करेंगे. हमने जो भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, उनके सबूत हमारे पास हैं." आदित्य ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा कि "हम किसी को नहीं छोड़ेंगे, यहां तक ​​कि नगर निगम आयुक्त को भी नहीं."


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