महाराष्ट्र में मरठी भाषा बोलने के लिए हिंदी भाषियों के साथ मारपीट और अभद्रता का एक और मामला सामें आया है. ठाणे में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे)के कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रमुख राज ठाकरे और पार्टी के अन्य नेताओं को कथित तौर पर अपशब्द कहने का वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी एक ऑटोरिक्शा चालक को उठक-बैठक करने और सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए मजबूर किया गया.
पुलिस ने बाद में मनसे के उप मंडल प्रमुख की शिकायत के आधार पर चितलसार पुलिस थाने में आरोपी ऑटो रिक्शा चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया.जबकि एक फरार है.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें मनसे कार्यकर्ता शैलेन्द्र यादव पर जबरन मराठी भाषा बोलने के लिए दबाब डालते है, जिसे शैलेन्द्र मना कर देता है. यही नहीं दोनों में बहस तेज हो जाती है, जिस पर वहां एक और ऑटो रिक्शा चालक राकेश यादव भी आ जाता है. इस दौरान रिक्षा चालक द्वारा मनसे प्रमुख राज ठाकरे के लिए भी टिप्पणी कर दी जाती है.
अगले दिन मनसे कार्यकर्ता बड़ी संख्या में ऑटो चालक शैलेन्द्र को पकड़ लेते हैं और जबरन मांफी मंगवाते हुए उससे कान पकड़कर उठक बैठक लगवाते हैं.
ऑटो चालक के खिलाफ मामला दर्ज
यही नहीं मनसे उप मंडल प्रमुख की शिकायत पर च्ताल्सार मनपा पुलिसे थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया. जिसमें पुलिस ने शैलेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया. जबकि दूसरा साथी राकेश यादव अभी फरार है. पुलिस अधिकारियों नेबताया कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
यहां बता दें कि महाराष्ट्र में मनसे कार्यकर्ता और नेता अक्सर हिंदी भाषी या अन्य प्रांत के लोगों से जबरन मराठी बोलने के लिए मजबूर करते हैं. कभी-कभार हिंसा भी हो जाती है. इस पर सियासत भी खूब होती है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.