उप-राष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद विपक्षी पार्टियां सवाल उठा रही है कि इसकी वजह क्या थी? साथ ही उनका कहना है कि वो इस्तीफे के बाद कहां हैं? इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से ही इस्तीफा दिया है.
इन दावों के बीच एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले के बयान चर्चा में हैं. सुले ने कहा कि इस्तीफे की सुबह ही धनखड़ ने कई लोगों को नाश्ते के लिए आमंत्रित किया था. हमारे उनके परिवार से अच्छे रिश्ते हैं.
उन्होंने कहा, “हमने उनके परिवार में दामाद और बेटी समेत अन्य सदस्यों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन किसी से बात नहीं हो सकी. यह फैसला अचानक हुआ और इससे सभी हैरान हैं.”
स्वास्थ्य कारणों से दिया इस्तीफा- अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, “जगदीप धनखड़ एक संवैधानिक पद पर थे और उन्होंने अपने कार्यकाल में संविधान के अनुरूप अच्छा काम किया. उन्होंने अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया है. इस पर ज्यादा अटकलें लगाना उचित नहीं है.”
इसके साथ ही शाह ने हाल के राजनीतिक घटनाक्रमों का भी जिक्र किया. उन्होंने पीएम, सीएम और मंत्री को भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तारी को लेकर बिल पर कहा कि हाल के वर्षों में कई बड़े नेताओं ने इस्तीफा दिया है और बाद में अपने राजनीतिक करियर को नए सिरे से शुरू किया. अमित शाह ने नैतिकता (मोरैलिटी) के मुद्दे पर कांग्रेस और विपक्ष पर भी सवाल उठाए और कहा कि इसे चुनावी जीत-हार के आधार पर नहीं आंका जाना चाहिए.
बिल पारित होगा और कई विपक्षी सदस्य भी देंगे समर्थन-शाह
अमित शाह ने आगे कहा कि सरकार ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि यह बिल संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में जाएगा. इसमें लोकसभा के 21, राज्यसभा के 10 सदस्य और 31 सदस्य अन्य दलों से शामिल होंगे. शाह ने उम्मीद जताई कि यह बिल पारित होगा और कई विपक्षी सदस्य भी इसे नैतिक आधार पर समर्थन देंगे.