शिवसेना उद्धव गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी के आरोपों पर पलटवार किया है. महबूबा मुफ्ती के साथ बैठक पर उठे सवाल पर संजय राउत ने कहा कि नवाज शरीफ का केक काटने हम नहीं गए थे. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए हमें एक साथ रहना होगा.

उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती और उनकी पार्टी कश्मीर में राजनीति करती है, बीजेपी ने उनके साथ मिलकर सरकार बनाई थी. बीजेपी औ मोदी जी उनके शपथ ग्रहण में शामिल हुए थे. हम पर उंगली मत उठाएं.

शिवेसना नेता ने कहा कि विपक्षी एकता पर उद्धव ठाकरे ने कहा है कि  साल 2024 का लोकसभा चुनाव, आखिरी इलेक्शन होगा. संजय राउत ने दावा किया कि बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा है कि, अगर 2024 में सत्ता परिवर्तन नहीं होगा तो यह आखिरी चुनाव होगा, इसलिए लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमें (विपक्षी दलों) को एकजुट रहना होगा और चुनाव लड़ना होगा।

मणिपुर हिंसा पर बोले राउतमणिपुर में हिंसा पर संजय राउत ने कहा कि हमने बार-बार मणिपुर का मुद्दा उठाया है. मणिपुर एक सीमावर्ती राज्य है. गृह मंत्रालय और मोदी जी की सरकार मणिपुर की हिंसा को रोक नहीं सकी. हमारी मांग है कि गृह मंत्री के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मणिपुर में जाए और उग्र आंदोलन करने वाले लोगों से खुली चर्चा होनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि विधायक हों या सांसद सब भाग गए, सरकार वहां से भाग गई और सबके घर जला दिए, अमित शाह भी कुछ नहीं कर पाए. मणिपुर हिंसा पर सर्वदलीय बैठक के बारे में संजय राउत ने कहा- जब प्रधानमंत्री अमेरिका में हैं तो इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री को ही करनी चाहिए. लेकिन हमारी तरफ से प्रियंका चतुर्वेदी वहां जाकर हमारा पक्ष रखेंगी.

विपक्षी दलों की बैठक पर शिंदे के मंत्री उदय सामंत बोले- 'यह PM मोदी की महानता को दर्शाता है'