पुणे के दौंड तहसील के यवत गांव में शुक्रवार दोपहर अचानक माहौल बिगड़ गया. एक युवक द्वारा सोशल मीडिया पर कथित आपत्तिजनक पोस्ट डालने के बाद भीड़ बेकाबू हो गई और सड़कों पर उतरकर तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी. स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले तक चलाने पड़े.

मोटरसाइकिल और बेकरी को बनाया निशाना

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, भीड़ ने गुस्से में आकर एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया और एक बेकरी को नुकसान पहुंचाया. भीड़ का गुस्सा इतना ज्यादा था कि उन्होंने कुछ अस्थायी धार्मिक ढांचों, दुकानों और घरों पर भी हमला किया.

भीड़ में लगभग 1000 लोग शामिल

पुलिस का कहना है कि करीब 1000 लोग तीन-चार अलग-अलग जगहों पर इकट्ठा हो गए और तोड़फोड़ में शामिल हो गए. खास बात यह है कि उन्होंने खास तौर पर उन लोगों की संपत्तियों को निशाना बनाया जो गांव के मूल निवासी नहीं थे और रोजगार के लिए बाहर से आकर बसे थे.

बता दें हंगामे की शुरुआत उस वक्त हुई जब एक युवक ने व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक पोस्ट डाली. बताया जा रहा है कि यह युवक यवत गांव का नहीं बल्कि बाहर से आया हुआ है.

पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह गिल के मुताबिक युवक को हिरासत में ले लिया गया है. हालांकि तब तक उसकी पोस्ट वायरल हो चुकी थी और गांव में पहले से मौजूद तनाव ने उग्र रूप ले लिया.

पहले भी हो चुका था तनाव

पुलिस के मुताबिक, 26 जुलाई को गांव में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के कथित अपमान का मामला सामने आया था, जिससे गांव में तनाव पहले ही पैदा हो चुका था. उस समय स्थिति को संभाल लिया गया था और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था.

इसके बाद 31 जुलाई को गांव में हिंदू जन आक्रोश मोर्चा भी निकाला गया, जो शांतिपूर्वक संपन्न हुआ. लेकिन अब ताजा सोशल मीडिया पोस्ट ने फिर से माहौल को बिगाड़ दिया.

सीएम और डिप्टी सीएम ने दी प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ लोग जानबूझकर समाज में तनाव फैलाने के लिए आपत्तिजनक पोस्ट डालते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने भरोसा दिलाया कि फिलहाल यवत में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और दोनों समुदायों के लोग मिलकर शांति बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं.

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने घटनास्थल का दौरा किया और बताया कि पोस्ट डालने वाला युवक नांदेड़ का रहने वाला है और दिहाड़ी मजदूरी करता है. उसने मध्य प्रदेश में हुई किसी घटना से जुड़ी पोस्ट डाली थी, जिससे यवत के लोगों में नाराजगी फैल गई. अब स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस सतर्कता बरत रही है. किसी को भी अफवाहें या गलत जानकारी नहीं फैलानी चाहिए.

पुलिस ने दिखाई सख्ती

स्थिति को काबू में लाने के लिए यवत पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया. युवक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है, और तोड़फोड़ की घटनाओं को लेकर भी मामले दर्ज किए जा रहे हैं. फिलहाल गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है.

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बीते कुछ महीनों में इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए समुदायों के बीच तनाव फैलाया गया. यवत की यह घटना भी उसी श्रृंखला का हिस्सा बनती नजर आ रही है.

पुलिस की अपील- अफवाहों से बचें, शांति बनाए रखें

प्रशासन और पुलिस की अपील है कि लोग किसी भी अफवाह या भड़काऊ पोस्ट पर तुरंत प्रतिक्रिया न दें और किसी भी जानकारी को आगे फैलाने से पहले उसकी सच्चाई की जांच कर लें. साथ ही सोशल मीडिया के जिम्मेदार इस्तेमाल की भी अपील की गई है. फिलहाल, यवत में हालात शांत बताए जा रहे हैं, लेकिन पुलिस की सख्ती और स्थानीय प्रशासन की सक्रियता अभी जारी है.