Nikhil Wagle In Maharashtra: वरिष्ठ पत्रकार निखिल वागले (Nikhil Wagle) की मुश्किलें काफी बढ़ सकती हैं. उनके खिलाफ पुणे में एफआईआर दर्ज की गई है. लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर पोस्ट करने पर वागले के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जर्नलिस्ट निखिल वागले पर मानहानि और अलग-अलग ग्रुप के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने सहित कई आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है. 


इधर बीजेपी ने लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने के बाद निखिल वागले की विवादित टिप्पणी को लेकर नाराजगी जताई है. बीजेपी ने उस कार्यक्रम को बाधित करने की धमकी दी है, जिसमें जर्नलिस्ट वागले के शुक्रवार (9 फरवरी) को पुणे में शामिल होने की संभावना है. 


जर्नलिस्ट वागले पर FIR दर्ज


आरोप है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी के खिलाफ कथित टिप्पणी की थी. वरिष्ठ बीजेपी नेता सुनील देवधर ने शुक्रवार (9 फरवरी) तड़के विश्रामबाग पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई. वागले पर धारा 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 500 (मानहानि की सजा) और 505 (IPC) की सार्वजनिक शरारत पैदा करने वाले बयान के तहत मामला दर्ज किया गया है.


बीजेपी नेता देवधर ने की थी शिकायत


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक एफआईआर के अनुसार, वागले ने 4 फरवरी को X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कथित अपमानजनक टिप्पणियां कीं. बीजेपी नेता देवधर ने शुरू में वागले के खिलाफ विश्रामबाग पुलिस स्टेशन में एक शिकायत आवेदन दायर किया था और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की थी. पुलिस ने अब इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है. 


एफआईआर में क्या है आरोप?


बीजेपी नेता देवधर ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि वागले ने पीएम नरेंद्र मोदी और आडवाणी पर अपनी अपमानजनक टिप्पणी के जरिए कई लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाकर समाज में शांति भंग करने का प्रयास किया है. इस बीच, वागले ने एक्स पर पोस्ट किया कि वह अपने ट्वीट पर कायम हैं.


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