Parliament Monsoon Session: आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) को पूरे संसद के मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. उनपर सदन की कार्यवाही बाधित करने के आरोप लगे हैं. मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) की शिकायत पर संजय सिंह को निलंबित  किया गया है. उनके निलंबन पर शिवसेना (यूबीटी) की तरफ से प्रतिक्रिया आई है. 


शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने संजय सिंह के खिलाफ की गई कार्रवाई पर केंद्र  सरकार पर निशाना साधा है. संजय राउत ने कहा, ''संजय सिंह जी का निलंबन संविधान के खिलाफ है. उनका अपराध केवल इतना था कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से मणिपुर घटना पर चुप्पी तोड़ने की लिए बोला था. बीजेपी तो बोलती है कि पीएम मोदी जी तो विदेश में देश के सर्वमान्य नेता हैं तो फिर उनको संसद में आकर बयान देने में डर क्यों लग रहा है.''


बढ़ जाएगा पीएम मोदी का बड़प्पन- संजय राउत
संजय राउत ने कहा, ''पीएम मोदी को संसद में आकर मणिपुर घटना पर बयान देना चाहिए. कम से कम 10 मिनट ही संसद में आकर देश को मणिपुर घटना पर जानकारी देनी चाहिए. 5 मिनट लोकसभा और 5 मिनट राज्यसभा में तो बयान देना ही चाहिए. हम चाहते हैं कि संजय सिंह का निलंबन वापस लिया जाए. निलंबन क्यों किया गया? हम बार-बार सभापति का ध्यान मणिपुर की ओर आकर्षित कर रहे थे लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं थे. इसलिए हमारे पास उनके सामने जाकर बोलने के अलावा और कोई रास्ता नहीं था. प्रधानमंत्री को चर्चा के लिए आने में क्या दिक्कत है? वे आते हैं तो उनका बड़प्पन और बढ़ जाएगा.''


इसलिए निलंबित हुए संजय सिंह
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने भी संजय सिंह के निलंबन पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है और पार्टी की लीगल टीम इस मामले को देखेगी. दरअसल, प्रश्नकाल के दौरान राज्यसभा में मणिपुर हिंसा को लेकर भारी हंगामा हो रहा था. मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग करते हुए संजय सिंह सभापति के आसन के पास पहुंच गए. चेतावनी देने के बाद भी संजय सिंह अपनी सीट पर नहीं गए और नारेबाजी करते रहे.


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