माओवादी संगठन के सबसे प्रभावशाली रणनीतिकारों में से एक माने जाने वाले शीर्ष नक्सली नेता मल्लोजुला वेणुगोपाल राव ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने आत्मसमर्पण किया है. गढ़चिरौली में महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस के सामने भूपति समेत 61 नक्सलियों ने सरेंडर किया. सरेंडर के बाद सीएम ने भूपति को भारत के संविधान की किताब तोहफे में दी.

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एक अधिकारी ने बताया कि भूपति पर 6 करोड़ रुपये का इनाम था. मूल रूप से तेलंगाना के निवासी और प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की केंद्रीय समिति एवं पोलित ब्यूरो के सदस्य राव उर्फ ​​भूपति ने सोमवार को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में 60 अन्य नक्सलियों के साथ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.

भाकपा माओवादी का महासचिव बनने वाला था वेणु?

अधिकारियों ने वेणुगोपाल की गिरफ्तारी पर छह करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया था. वेणुगोपाल के सरेंडर पर एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि 21 मई को छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों द्वारा नंबाला केशव राव उर्फ ​​बसवराजू की हत्या के बाद वेणुगोपाल के भाकपा (माओवादी) का महासचिव बनने की संभावना थी.

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अधिकारी ने कहा कि 'वह (वेणुगोपाल) भाकपा (माओवादी) के प्रभावशाली नेता हैं और सामान्य परिस्थितियों में इसके महासचिव हो सकता थे. लेकिन, बसवराजू की मौत के बाद वे फिर से संगठित होने और किसी और को महासचिव चुनने की स्थिति में नहीं थे.'

अधिकारी ने बताया, 'इस बीच मतभेद हुए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अब सरकारी बलों से लड़ने का नहीं बल्कि कुछ समय के लिए लड़ाई बंद करने का समय है.'

माओवादी नेता ने क्या कहा था?

अधिकारी के अनुसार माओवादी नेता ने कहा था कि प्रतिबंधित संगठन का शीर्ष नेतृत्व सशस्त्र संघर्ष बंद करने और बातचीत करने या अपनी पूरी रणनीति पर पुनर्विचार करने के पक्ष में है.

उन्होंने कहा, 'इतने शीर्ष पद वाला व्यक्ति स्वास्थ्य या किसी अन्य कारण से नहीं बल्कि वैचारिक कारणों से (आत्मसमर्पण करने के लिए) आगे आ रहा है जो दर्शाता है कि संघर्ष की उनकी रणनीति स्पष्ट तौर पर पार्टी की विचारधारा की एवं रणनीति की विफलता है.' उन्होंने कहा, 'हो सकता है कि (कुछ और) लोग हों, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे अब आंदोलन या विचारधारा को बनाए रख पाएंगे. यह माओवादी विचारधारा के लिए एक करारा झटका है.'