Maharashtra Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में लंबे सस्पेंस के बाद रत्नागिरी सिंधुदुर्ग से बीजेपी उम्मीदवार नारायण राणे को टिकट मिल गया, लेकिन नारायण राणे के प्रचार में उनके एक पोस्टर ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दीं. एबीपी माझा के मुताबिक, राणे के चुनावी प्रचार के पोस्टर से बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे की तस्वीर नहीं होने से शिंदे गुट की शिवसेना के कार्यकर्ता नाराज हो गए और उन्होंने राणे के समर्थन में अपने प्रचार को रोक दिया.


बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. पहले शिवसेना के कार्यकर्ताओं को ये उम्मीद थी कि ये सीट उनके खाते में जाएगी, लेकिन रत्नागिरी सिंधुदुर्ग से नारायण राणे को टिकट मिलने के बाद शिवसैनिकों में नाराजगी की बात भी सामने आई है. वहीं पोस्टर से बालासाहेब ठाकरे की तस्वीर गायब होने से उनकी नाराजगी और बढ़ गई.


केंद्रीय मंत्री नारायण राणे रत्नागिरी सिंधुदुर्ग लोकसभा सीट से महायुति की ओर से उम्मीदवार हैं, लेकिन शिवसेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बीजेपी उन्हें विश्वास में लेकर सिंधुदुर्ग में काम नहीं कर रही है.


वहीं रवींद्र चव्हाण की उपस्थिति में कुडाल के महालक्ष्मी सभागार में एक समन्वय बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में उद्योग मंत्री उदय सामंत के भाई किरण सामंत, सार्वजनिक निर्माण मंत्री और पालक मंत्री रवींद्र चव्हाण, शिव सेना जिला प्रमुख संजय आंग्रे, शिव सेना जिला संगठक रूपेश पावस्कर, शिव सेना महिला जिला प्रमुख वर्षा कुडालकर उपस्थित थे. साथ ही जिले के शिव सेना शिंदे गुट पार्टी के पदाधिकारी भी बड़ी संख्या में मौजूद थे.


सिंधुदुर्ग रत्नागिरी लोकसभा सीट पर सात मई को मतदान होगा. मतदान में अब सिर्फ पंद्रह दिन बचे हैं, लेकिन शिवसेना, शिंदे और भारतीय जनता पार्टी के बीच अभी भी समन्वय बैठकें चल रही हैं.


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