Maharashtra Nagpur Violence: महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर पिछले कुछ दिनों से चल रहे विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. नागपुर के महल इलाके में सोमवार को दो गुटों के बीच हिंसक झड़प के बाद इलाके में पत्थरबाजी, आगजनी और वाहनों में तोड़फोड़ की गई. इतना ही नहीं कुछ लोगों ने पुलिस टीम पर भी हमला किया. इस मामले में अब तक 47 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नागपुर हिंसा पर कहा, "कल नागपुर में जो घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण है. जो आगजनी हुई, जिसमें 2-4 हजार लोग एकत्र हुए और कई घरों को निशाना बनाया, पथराव किया, आगजनी की. मोमिनपुरा में जहां 100-150 गाड़ियां खड़ी रहती थीं, वहां एक भी गाड़ी कल नहीं थी. पुलिस जांच कर रही है कि कहीं ये पहले से सोची-समझी साजिश तो नहीं है. लोगों पर हमला किया गया, पुलिस की गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया."
एकनाथ शिंदे ने लोगों से की ये अपीलएकनाथ शिंदे ने कहा, "इस घटना में चार DCP स्तर के अधिकारी, 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. पुलिस पर हमला करने का मतलब है कानून को अपने हाथ में लेना. इन लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, सख्त कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री खुद इसका संज्ञान ले रहे हैं. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे पुलिस का सहयोग करें और शांति बनाए रखें."
औरंगजेब देश का दुश्मन था- शिंदेउन्होंने आगे कहा, "औरंगजेब देश का दुश्मन था, उसने बहुत कुछ गलत किया था. जो औरंगजेब समर्थन करते हैं, मैं उनसे कहूंगा पहले इतिहास जानिए. सच्चा मुसलमान भी इसका समर्थन नहीं करेगा. अबु आजमी को महाराष्ट्र की जनता माफ नहीं करेगी. औरंगजेब कौन था? यह महाराष्ट्र का दुश्मन था. उसने महाराष्ट्र को खत्म करने का काम किया. छत्रपती संभाजी महाराज को कैसे मारा यह सबने देखा. औरंगजेब की कब्र तोड़नी चाहिए ऐसी लोगों की भावना है."