महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटील ने रविवार (24 अगस्त) को बीड में रैली की. इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जमकर निशाना साधा. जरांगे ने कहा कि मराठों के बेटों को अगर छेड़ा, तो मैं छोड़ने वाला नहीं हूं. इसके साथ ही उन्होंने 29 अगस्त को लाखों कार्यकर्ताओं के साथ मुंबई आने की घोषणा की और अधिक से अधिक संख्या में लोगों से यहां जुटने की अपील की.
बीड में सभा को संबोधित करते हुए मनोज जरांगे ने कहा, “हमारी कई पीढ़ियों का नुकसान हो गया है. अब सोच-समझकर आने वाली लड़ाइयां जीतनी होंगी. चलो मुंबई, अब 29 अगस्त को फाइट तय है. मुझे मुंबई में मार देंगे, ऐसा कहा जा रहा है. आपने मेरी मां-बहनों को खून के थार में डाल दिया है, लेकिन इस बार अगर हमारे बच्चों को छेड़ा तो हम दिखा देंगे कि मराठों की औलाद क्या होती है. हमें मुंबई शांतिपूर्वक जाना है.”
सत्ता आती-जाती रहती है- जरांगे
उन्होंने ये भी कहा, ''पुलिस ने हमें डीजे बजाने नहीं दिया. याद रखो, सत्ता आती-जाती रहती है. मैं बहुत खूंखार हूं, अगर कोई मेरे दिमाग में बैठ गया तो उसका बाजार ही उठा दूंगा. अब अगर बीड में किसी और का डीजे बजेगा तो मैं दिखाऊंगा.”
'कोई बेवजह छेड़ेगा तो मैं छोड़ूंगा नहीं'
जरांगे ने सवाल उठाते हुए कहा, “मेरी जात को कोई बेवजह छेड़ेगा तो मैं छोड़ूंगा नहीं. सीएम देवेंद्र फडणवीस डीवाईएसपी को छोटी-मोटी हरकतें करवा रहे हैं. मेरी जात शांतिपूर्वक मांग कर रही है, लेकिन जानबूझकर भड़काया जा रहा है. क्या डीजे बजाना मराठों को उकसाने का मुद्दा है? क्या फडणवीस की साजिश थी कि बीड में दंगा करवाया जाए?”
'मराठों की मांगों को नजरअंदाज किया गया'
उन्होंने आगे कहा, “अगर आरक्षण नहीं दिया तो मुंबई जाकर क्या करना है, यह मैं वहीं बताऊंगा. अब सरकार के पांव उखड़ गए हैं. मराठों की मांगों को नजरअंदाज किया गया है. मेरे बच्चों का सवाल है, इसलिए मुझे मुंबई जाना है. अगर आप हमारी मांगें पूरी करेंगे तो हम मुंबई नहीं आएंगे. यहीं से मंत्रालय पर गुलाल फेंक देंगे, लेकिन समाज के लोगों से अपील है कि कोई हिंसा न करें, न पथराव और न आगजनी.”