Maharashtra Minister PS-OSD Controversy: महाराष्ट्र में महायुति सरकार बने करीब 3 महीने हो गए हैं, लेकिन अभी तक कई मंत्रियों को पीएस और ओएसडी तक नहीं मिले हैं. जिन्हें पीएस और ओएसडी मिल भी गए हैं, उनकी शिकायत है कि वो अपने लिए पीएस और ओएसडी भी नियुक्त नहीं कर सकते. अब इसको लेकर महाराष्ट्र सरकार में कृषि राज्य मंत्री माणिकराव कोकाटे ने खुले तौर पर अपना दर्द बयां किया है.

उन्होंने पुणे में आयोजित मार्केटिंग विभाग के कार्यक्रम में माणिकराव कोकाटे ने कहा, "हमें अपना पीएस और ओएसडी नियुक्त करने तक का अधिकार नहीं है. जबकि मंत्री बने 100 दिन हो गए हैं." 

माणिक राव कोकाटे ने क्या कहा?

कृषि राज्य मंत्री माणिकराव कोकाटे ने कहा, "आप लोगों के आशीर्वाद से हमें बहुमत मिला और मुख्यमंत्री ने पहले ही दिन हमें डांटा कि आप लोगों के जाने से या मेरे जाने से भी सरकार पर कोई असर नहीं होगा. आप लोग अगर ज्यादा मस्ती करेंगे तो घर जाना पड़ेगा. आप लोगों को जो मंत्रालय दिए गए हैं, वह काम सही तरीके से कीजिए."

क्या सभी फैसले सीएम लेते हैं?

एनसीपी अजित कोटे से महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बने माणिकराव कोकाटे का यह बयान सामने आने के बाद से राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई है कि सरकार के सभी फैसले मुख्यमंत्री ही लेते हैं. 

निजी स्टाफ फाइनल करने का अधिकार सीएम का- देवेंद्र फडणवीस 

कृषि राज्य मंत्री माणिकराव कोकाटे के इस बयान पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने नसीहत देते हुए कहा, "उन्हें ये पता होना चाहिए कि कैबिनेट और राज्य मंत्रियों के निजी स्टाफ को फाइनल करने का अधिकार मुख्यमंत्री के पास होता है. मंत्री गण केवल अपने स्टाफ की जानकारी सीएमओ दफ्तर में जमा कराते हैं. उसको फाइनल करने का अधिकार सीएम का होता है."

देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा, "मैंने कैबिनेट में साफ कहा था कि सभी मंत्री जो नाम चाहें भेज सकते हैं, लेकिन जिसका नाम गलत कामों में शामिल होगा, उन्हें मैं मंजूरी नहीं दूंगा. अब तक मुझे 125 नाम मिले हैं, जिनमें से मैंने 109 को मंजूरी दे दी है."

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