Maharashtra News: पिछले कुछ समय से अपने बयानों को लेकर विवादों को लेकर घिरे रहे महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपने पद से मुक्त होने की इच्छा जताई है. इसको लेकर उन्होंने  पीएम मोदी को पत्र लिखा है. सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भगत सिंह कोश्यारी ने खुद इसकी जानकारी दी. वहीं राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के इस फैसले पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. एक टीवी चैनल पर बातचीत के दौरान देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यदि वे चाहें को आगे पांच सालों तक महाराष्ट्र के गवर्नर बने रह सकते हैं, कोई उनसे इस्तीफा देने को नहीं कहेगा. 


वे चाहें तो 5 साल तक राज्यपाल रह सकते हैं


डिप्टी सीएम ने कहा, 'पिछले तीन-चार महीनों से  राज्यपाल कह रहे थे कि मैं वापस जाना चाहता हूं. मेरा स्वास्थ्य अब मेरा साथ नहीं दे रहा है, हमारी सरकार बनने से पहले ही राज्यपाल वापस जाने की इच्छा जता रहे थे. किसी ने उनसे इस्तीफा देने को नहीं कहा. यदि वे चाहें तो 5 साल और अपने पद पर बने रह सकते हैं. इस्तीफा देना उनकी स्वयं की इच्छा है.'


पीएम मोदी को खत लिखने पर विपक्ष के आरोपों पर क्या बोले डिप्टी सीएम


विपक्ष के इन आरोपों पर कि कोश्यारी को पीएम की जगह राष्ट्रपति को खत लिखना चाहिए. इन पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि  इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रपति को सूचित किया जाएगा. जब राज्यपाल पद छोड़ना चाहते हैं, तो वे चर्चा करेंगे और निर्णय लेंगे. क्योंकि राष्ट्रपति चर्चा के बाद की राज्यपाल की नियुक्ति करता है. प्रक्रिया प्रधानमंत्री को पत्र लिखने की है. उन्होंने कहा कि वैसे भी राज्यपाल एक इंसान हैं और प्रधानमंत्री से परामर्श लेने में कुछ गलत नहीं है. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि महाविकास अघाड़ी सत्ता में स्वायत्तता लाना चाहती थी, जब राज्यपाल ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी तो उन्होंने राज्यपाल को निशाने पर लिया.


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