नगरपरिषद और नगरपंचायतों के 262 अध्यक्ष पदों और 6,042 सदस्य पदों के लिए आज मतदान प्रक्रिया पूरी हुई. सुबह 7:30 बजे मतदान शुरू हुआ और शाम 5:30 बजे तक मतदान का समय था. राज्य चुनाव आयोग ने 4 नवंबर 2025 को 246 नगरपरिषद और 42 नगरपंचायतों (कुल 288) के सार्वत्रिक चुनावों की घोषणा की थी.
हालांकि, चुनाव निर्णय अधिकारियों के आदेशों के खिलाफ दायर अपीलों का निपटारा 23 नवंबर 2025 को या उसके बाद होने के कारण 24 नगरपरिषद व नगरपंचायतों के अध्यक्ष और सदस्य पदों के लिए आज मतदान कराया गया. मतदान का समय समाप्त होने के बावजूद राज्य के कई केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें दिखाई दीं. वहीं कई जगहों पर तनाव और झड़प की घटनाएं भी सामने आईं. अब सभी की नजर 21 दिसंबर को आने वाले परिणामों पर टिकी है.
मुक्ताईनगर चुनाव में अपक्ष उम्मीदवार अपना ही वोट नहीं डाल सकी
मुक्ताईनगर नगरपरिषद चुनाव में एक विचित्र घटना घटी. अपक्ष उम्मीदवार ज्योति भालेराव अपना मत ही नहीं डाल सकीं. वे निर्धारित समय शाम 5:30 बजे के बाद मतदान केंद्र पहुंचीं, जिसके चलते उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया. सिर्फ उम्मीदवार ही नहीं, बल्कि उनके बूथ के एक कार्यकर्ता और कुछ देर से पहुंचे मतदाताओं को भी मतदान का मौका नहीं मिला. उम्मीदवार स्वयं समय पर मतदान केंद्र न पहुंच पाने से स्थानीय स्तर पर आश्चर्य और चर्चाओं का माहौल निर्माण हुआ है.
महाड: शिवसेना-राष्ट्रवादी समर्थकों में मारपीट
महाड नगरपरिषद के मतदान के दौरान नवे नगर इलाके में तनाव भड़क उठा. दोनों पक्षों के समर्थक आमने-सामने आए और तीखी मारपीट हुई. प्राथमिक जानकारी के मुताबिक सुशांत जाबरे और उनके अंगरक्षक पर विकास गोगावले के समर्थकों ने हमला किया. जाबरे समर्थकों की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई. झड़प के दौरान जाबरे समर्थकों द्वारा विकास गोगावले को रिवॉल्वर दिखाने की जानकारी सामने आई. इसके बाद विकास गोगावले वही रिवॉल्वर लेकर थाने पहुंच गए. महाड में तनाव की स्थिति बनते ही पुलिस ने भारी बंदोबस्त तैनात किया.
मनमाड: बीजेपी और शिंदे गुट के समर्थक भिड़े
मनमाड के नेहरू भवन मतदान केंद्र के बाहर अचानक बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) कार्यकर्ताओं में विवाद भड़क उठा. प्रभाग क्रमांक 11 में फर्जी मतदान होने का आरोप बीजेपी उम्मीदवार ने लगाया, जिसके बाद दोनों गुटों में झड़प शुरू हुई. धक्का-मुक्की बढ़ने से मतदाता घबरा कर भागते दिखाई दिए. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों समूहों को अलग किया और अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की.
येवला: अजित पवार गुट और शिवसेना में मारपीट
येवला के सहस्रार्जुन मंगल कार्यालय मतदान केंद्र के बाहर राष्ट्रवादी (अजित पवार गुट) और शिवसेना (शिंदे गुट) के समर्थकों में हुए विवाद से मारपीट शुरू हो गई. मतदान केंद्र में आने-जाने को लेकर शुरू हुआ विवाद गंभीर रूप ले गया. पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर दोनों गुटों को अलग किया और लगातार तैनाती बढ़ा दी.
सटाणा: मतदान केंद्र के पास झड़प
सटाणा नगरपरिषद चुनाव में जिल्हा परिषद उर्दू स्कूल के मतदान केंद्र क्रमांक 10 के पास अचानक दो गुटों में झड़प हो गई. पहले यह घरेलू विवाद था, लेकिन मतदान केंद्र के पास होने के कारण अफरा-तफरी मच गई. पुलिस ने तुरंत भारी बल बुलाकर स्थिति नियंत्रित की और एक उम्मीदवार का बूथ हटाकर सुरक्षा कड़ी कर दी.
त्र्यंबकेश्वर: पुलिस और उम्मीदवार प्रतिनिधियों में कहासुनी
त्र्यंबकेश्वर के नूतन विद्यालय मतदान केंद्र पर मामूली मुद्दे पर पुलिस और उम्मीदवार व उनके प्रतिनिधियों में कहासुनी हुई. विवाद बढ़ने के साथ मतदान केंद्र के बाहर तनाव फैल गया. पुलिस का अतिरिक्त दस्ता मौके पर पहुँचा और स्थिति नियंत्रित की.
जळगाव: मतदान कर्मियों पर कमल का बटन दबाने को कहने का आरोप
जळगाव जिले के भुसावल तालुक्यातील वरणगाव मतदान केंद्र में एक कर्मचारी द्वारा मतदाताओं को “कमल का बटन दबाने” के लिए कहने का आरोप लगा. विरोध जताए जाने पर मतदान केंद्र में हंगामा हुआ. राष्ट्रवादी (शरद पवार गुट) के उम्मीदवार राजेंद्र चौधरी और अपक्ष उम्मीदवार सुनील काळे ने मौके पर पहुंचकर आरोपी कर्मचारी को निलंबित करने और पुनर्मतदान की मांग की. पुलिस, अधिकारी और उम्मीदवारों में तीखी बहस भी हुई.
जळगाव: रक्षा खडसे पुलिस पर भड़कीं
मुक्ताईनगर में बीजेपी सांसद व मंत्री रक्षा खडसे और पुलिस में तीखी कहासुनी हुई. आरोप था कि पुलिस ने बीजेपी उम्मीदवार को मतदान केंद्र में जाने से रोका. इससे शहर में कुछ देर गोंधल की स्थिति बनी. दूसरी ओर, विधायक चंद्रकांत पाटील ने बोगस मतदान के गंभीर आरोप लगाए, जिसके चलते मतदान केंद्र के बाहर तनाव बढ़ गया.
हिंगोली: शिंदे गुट के विधायक संतोष बांगर विवादों में
हिंगोली के कलमनुरी में विधायक संतोष बांगर मतदान केंद्र में ही मतदान गोपनीयता का उल्लंघन और आचारसंहिता भंग करने के आरोप में फंस गए. उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी उन्हें कड़े शब्दों में फटकारा. हिंगोली शहर पुलिस थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
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