महाराष्ट्र में शरद पवार के 160 सीटों वाली गारंटी वाले खुलासे पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयान को लेकर एनसीपी (एसपी) के विधायक रोहित पवार ने पलटवार किया है. उन्होंने चुनाव आयोग को बीजेपी का 'एक्सटेंडेड डिपार्टमेंट' बताया. रोहित पवार का कहना है कि बीजेपी नेता ही चुनाव आयोग की तरफ से जवाब दे रहे हैं, जैसे आयोग उनका ही विभाग हो.
दरअसल, मामला तब गरमा गया जब एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें 288 में से 160 सीटें जिताने का ऑफर मिला था. इस पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इसे मनगढ़ंत बताते हुए कहा कि ऐसे बयान सिर्फ 'कहानियां बनाने' के लिए दिए जाते हैं.
उन्होंने सवाल उठाया कि अगर किसी को चुनाव में धांधली का ऑफर मिला, तो न पुलिस में शिकायत की गई, न चुनाव आयोग में, और न ही कोई कार्रवाई की गई.
इलेक्शन कमीशन BJP का ही विभाग- रोहित पवार
सीएम के इन बयानों पर रोहित पवार ने कहा, 'हमने सीएम से नहीं पूछा, न ही बीजेपी के किसी कार्यकर्ता या पदाधिकारी से सवाल किया. जो राहुल गांधी ने प्रेजेंटेशन दिया था, वो चुनाव आयोग और जनता के लिए था. लेकिन जब हम आयोग से बात करते हैं तो वो जवाब ही नहीं देता लेकिन बीजेपी के नेता आकर बोलने लगते हैं, जैसे फडणवीस साहब. इससे साफ हो गया कि चुनाव आयोग बीजेपी का ही एक विभाग है.' रोहित पवार ने आरोप लगाया कि जब भी विपक्ष चुनाव आयोग से कोई सवाल पूछता है या सबूत देता है, तो आयोग से हमें नकारात्मक जवाब मिलता है.
उन्होंने कहा, "दुनिया के सामने हमने प्रूफ रखा है. सुनील भुसाला, राहुल कलाटे, अशोक बापू, जानक राम भाई, सचिन तोडके सबने पक्के सबूत दिए हैं. हमने तो बस सीसीटीवी फुटेज मांगा था, लेकिन आयोग ने अगले ही दिन कह दिया कि आगे से आपको फुटेज कभी नहीं मिलेगा. इसका मतलब है कि वहां पर जो गड़बड़ होती है, वो छिपाई जा रही है."
'चुनावी प्रक्रिया में जानबूझकर गड़बड़ी'
रोहित पवार ने कहा कि कई बार ऐसे मतदान केंद्र होते हैं जहां लोग वोट डालने आते ही नहीं, फिर भी बीजेपी को वहां से वोट मिल जाते हैं. उनका कहना है कि यह चुनावी प्रक्रिया में जानबूझकर की गई गड़बड़ी का नतीजा है.
उन्होंने कहा, 'हम कहते हैं कि वहां का फुटेज दो, लेकिन आयोग देने से मना कर देता है. तो अब कितना फॉलोअप करें? यही वजह है कि हम कहते हैं चुनाव आयोग बीजेपी का एक्सटेंडेड डिपार्टमेंट बन गया है.'